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हरिद्वार, 1 अगस्त 2024: आज कांवड़ यात्रा का अंतिम दिन है, और धर्मनगरी हरिद्वार में शिवभक्तों की चहल-पहल अपने चरम पर पहुंच चुकी है। ‘बम-बम भोले’ के जयघोष से गूंजती धर्मनगरी ने केसरिया रंग की आभा बिखेरी हुई है। शुक्रवार, 2 अगस्त को महाशिवरात्रि के अवसर पर शिवालयों में जलाभिषेक के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है।गंगा के पवित्र जल से भरे कांवड़ के साथ देशभक्ति और श्रद्धा का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है। कुछ कांवड़ें चार मंजिला हैं, तो कुछ दस मंजिला। कहीं-न-कहीं देशभक्ति के रंग में सराबोर कांवड़ यात्री अपने अनूठे अंदाज में हरिद्वार की पावन धरा पर नज़र आ रहे हैं। डाक कांवड़ की वापसी की वजह से दक्षेश्वर महादेव मंदिर, मनसा देवी मंदिर, चंडी देवी मंदिर, नीलेश्वर महादेव मंदिर और बिल्वकेश्वर महादेव मंदिर में भी भक्तों की भारी भीड़ देखी जा रही है। पुलिस और प्रशासन ने यातायात की व्यवस्था संभालने के लिए विशेष प्रयास किए हैं।भोले की ससुराल कनखल में धूमहरकी पैड़ी पर जल भरने के बाद, भक्त आशुतोष की ससुराल कनखल के दक्षेश्वर महादेव मंदिर और अन्य मंदिरों का रुख कर रहे हैं।

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श्रावण मास की महाशिवरात्रि के बाद श्रद्धालुओं की वापसी शुरू हो जाएगी, जिससे धर्मनगरी की भीड़ में कुछ कमी आने की उम्मीद है।शिवभक्तों की श्रद्धा और उत्साह को देखते हुए प्रशासन और पुलिस ने सभी व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से बनाए रखा है। उमस और गर्मी के बावजूद, अधिकारियों ने भोले के भक्तों की सेवा और सम्मान में कोई कमी नहीं छोड़ी है।

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