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उत्तराखंड से एक बड़ी खबर सामने आ रही है खबर के अनुसार बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले में बेटी को अपने जैसे बनाने की चाहत एक पिता पर भारी पड़ गई। जी हां इसके चलते पिता का सपना टूटा और 15 लाख रुपये भी गवांने पड़े। डॉक्टर पिता की बेटी को एमबीबीएस में एडमिशन दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा हुआ है। बता दें कि शातिरों ने डॉक्टर को एडमिशन का झांसा दिया, लेकिन चार साल में न बेटी को सीट दिला पाए और न अब रकम लौटा रहे हैं। वहीं, परेशान होकर डॉक्टर ने आरोपियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई है। मामला पेंड्रा थाना क्षेत्र का है।

सुचना के मुताबिक, वार्ड 12 विद्यानगर निवासी डॉ. सुरेश कुमार थदलानी पेंड्रा में ही प्राइवेट अस्पताल का संचालन करते हैं। उनकी बेटी ने साल 2019 में एमबीबीएस में प्रवेश के लिए NEET दिया था। बताया जा रहा है कि इस दौरान पेंड्रा के हर्ष मिश्रा और धमतरी के संकेत सिंह चौहान के माध्यम से उनकी पहचान भिलाई के स्मृति नगर निवासी अजय पांडेय से हुई। वहीं, अजय पांडेय की भिलाई के पुष्पक नगर में एजुकेशन हब के नाम से संस्था है। आरोप है कि अजय पांडेय ने उनकी बेटी को एमबीबीएस में एडमिशन दिलाने की बात कही।

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आपको बता दें कि डॉक्टर थदलानी ने पुलिस को बताया कि अजय पांडेय ने कहा कि एडमिशन के लिए 15 लाख रुपये लगेंगे। इस पर उन्होंने अगस्त 2019 में हर्ष मिश्रा और संकेत चौहान के सामने उसे पांच लाख रुपये नगद दे दिए। इसके बाद सितंबर 2019 में दो लाख और अक्तूबर 2019 में आठ लाख रुपये दिए। तीन किस्तों में सारी नगद ही दी गई। इसके बाद भी उनकी बेटी का एडमिशन नहीं हुआ। वहीं, इस पर उन्होंने अजय पांडेय से बात की तो उन्हें सीट खाली नहीं होने की बात बताई गई। समय बीतता गया, पर एडमिशन नहीं मिला।

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