सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 6 विकेट से हराकर सीरीज पर 10 साल बाद कब्जा जमा लिया। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने न केवल सीरीज जीती, बल्कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में अपनी जगह भी पक्की कर ली।
तीसरे दिन के दूसरे सत्र में ही ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 162 रनों का लक्ष्य हासिल कर लिया, जिससे मुकाबला रोमांचक अंदाज में समाप्त हुआ। भारतीय टीम के लिए यह टेस्ट निराशाजनक रहा, क्योंकि वह लगातार तीसरी बार WTC के फाइनल में पहुंचने से चूक गई।
भारतीय टीम की पहली पारी: बल्लेबाजों का निराशाजनक प्रदर्शन
भारतीय कप्तान जसप्रीत बुमराह ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन टीम की शुरुआत खराब रही। शीर्ष क्रम के बल्लेबाज जल्दी-जल्दी पवेलियन लौट गए। यशस्वी जायसवाल (10), केएल राहुल (4), और शुबमन गिल (20) कुछ खास नहीं कर सके। अनुभवी विराट कोहली भी केवल 17 रन बनाकर आउट हो गए।
ऋषभ पंत (40 रन, 98 गेंद) और रविंद्र जडेजा (26 रन, 95 गेंद) ने कुछ संघर्ष दिखाया, लेकिन टीम 185 रनों पर सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया के स्कॉट बोलैंड ने घातक गेंदबाजी करते हुए 4 विकेट लिए, जबकि मिशेल स्टार्क ने 3 विकेट चटकाए।
ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी: गेंदबाजों ने दिलाई वापसी
भारतीय गेंदबाजों ने पहली पारी में शानदार प्रदर्शन किया। प्रसिद्ध कृष्णा ने 15 ओवर में 42 रन देकर 3 विकेट झटके, जबकि मोहम्मद सिराज ने भी 3 विकेट चटकाए।
ऑस्ट्रेलिया के लिए बेउ वेबस्टर (57 रन, 105 गेंद) और स्टीव स्मिथ (33 रन) ने अहम योगदान दिया। इसके बावजूद ऑस्ट्रेलियाई टीम 181 रनों पर ऑलआउट हो गई, जिससे मैच रोमांचक स्थिति में पहुंच गया।
दूसरी पारी: ऋषभ पंत की धमाकेदार पारी भी नहीं बचा पाई भारत को
दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन और भी खराब रहा। हालांकि, ऋषभ पंत ने 33 गेंदों में 61 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली, लेकिन बाकी बल्लेबाज टिक नहीं सके। यशस्वी जायसवाल ने 22 रन बनाए, जबकि बाकी बल्लेबाज फ्लॉप रहे।
भारतीय टीम केवल 157 रनों पर सिमट गई। स्कॉट बोलैंड ने इस पारी में भी कमाल दिखाते हुए 6 विकेट झटके।
ऑस्ट्रेलिया की जीत: 162 रनों का लक्ष्य आसानी से हासिल
ऑस्ट्रेलिया को 162 रनों का लक्ष्य मिला, जिसे उन्होंने 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया। उस्मान ख्वाजा (41 रन, 45 गेंद) और बेउ वेबस्टर (नाबाद 39 रन) ने टीम को जीत दिलाई। भारतीय गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा ने 3 विकेट लिए, लेकिन ऑस्ट्रेलिया को रोकने में नाकाम रहे।
10 साल बाद ट्रॉफी पर कब्जा और WTC फाइनल का टिकट
इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने 10 साल बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जा जमाया और WTC फाइनल में जगह पक्की कर ली। दूसरी ओर, भारतीय टीम के लिए यह सीरीज बेहद निराशाजनक रही, क्योंकि वह WTC फाइनल में पहुंचने से चूक गई।
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