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खटीमा (उत्तराखंड): जादोपुर गांव में 18 अक्टूबर की रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जिसमें पुरानी रंजिश के चलते 30 वर्षीय युवक अनिल सिंह की बंधक बनाकर क्रूरता से हत्या कर दी गई। इस घटना से गांव में हड़कंप मच गया है, और स्वजनों में गम का माहौल है। पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है और तीन आरोपियों—मामा, भांजे और एक महिला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।

वारदात की भयावह कहानी

अनिल सिंह, जो मेहनत-मजदूरी से अपना गुजारा करता था, शुक्रवार देर रात अपने घर लौटा। रात लगभग आठ बजे गांव की एक महिला ने उसे फोन करके अपने घर बुलाया। देर रात कुछ लोगों ने अनिल के मौसा धर्मेंद्र सिंह को फोन कर सूचित किया कि अनिल के साथ उनका ‘काम पूरा’ हो चुका है और उसे ले जाने के लिए कहा।धर्मेंद्र अपनी मां लालवंती और बलराज सिंह को साथ लेकर महिला के घर पहुंचे। वहां का दृश्य बेहद दर्दनाक था—अनिल के हाथ-पैर बंधे हुए थे, और लाठी-डंडों व लोहे की सरिया से पीट-पीटकर उसकी निर्ममता से पिटाई की जा रही थी। जब उन्होंने विरोध किया, तो आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी देकर भगा दिया। अनिल को गंभीर हालत में पहले निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां से उसे उप-ज़िला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

परिजनों का आरोप और पुलिस कार्रवाई

अनिल के बड़े भाई कमलजीत सिंह ने पुलिस को दी तहरीर में महिला, उसके देवर और भांजे पर अनिल के साथ मारपीट करने और लोहे की गर्म सरिया से जलाने का आरोप लगाया है। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने भी अनिल के शरीर पर जलने के निशान और चोटों को उसकी मौत का संभावित कारण बताया है। पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह दसौनी के नेतृत्व में मौके पर पहुंची टीम ने फॉरेंसिक जांच के लिए साक्ष्य जुटाए। घटना के सिलसिले में पुलिस ने कृष्ण सिंह (मामा), सुमित (भांजा) और सुंदरवती (महिला) के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि हत्या पुरानी रंजिश का नतीजा प्रतीत होती है। आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं, और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

दीवाली बाद होनी थी अनिल की शादी

अनिल के परिवार ने उसकी शादी की तैयारी कर रखी थी और नेपाल की एक लड़की से रिश्ता तय किया था। दीवाली के बाद शादी की तारीख तय होनी थी, लेकिन इस जघन्य हत्या ने परिवार की खुशियों को मातम में बदल दिया। घर पर उसकी मां लालवंती, बड़ा भाई, भाभी और उनकी दो बेटियां रो-रोकर बेहाल हैं।

इस साल खटीमा में पांचवीं हत्या से सनसनी

खटीमा क्षेत्र, जो नेपाल और उत्तर प्रदेश की सीमाओं से सटा है, इस साल लगातार हो रही हिंसक घटनाओं से सहमा हुआ है। अनिल सिंह की हत्या इस क्षेत्र में वर्ष की पांचवीं घटना है, जिसने लोगों में भय का माहौल पैदा कर दिया है। जनवरी में सुरई रेंज के जंगल में स्थित बाबा भारामल मंदिर के महंत और उनके सेवादार की भी लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में पुलिस ने कई टीमें बनाकर जांच की और ट्रैप कैमरों की मदद से 23 दिनों के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार किया था। मार्च में श्रीपुर बिचवा गांव में प्रेम प्रसंग के चलते एक महिला की हत्या हुई थी, जबकि जुलाई में दिनेश चंद नामक युवक की सिर पर ईंट मारकर और गोली चलाकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इन सभी मामलों में तेजी से कार्रवाई की और आरोपियों को गिरफ्तार किया।

2017 से अब तक 18 हत्याएं, पुलिस का दावा—सभी मामलों का खुलासा

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, 2017 से 2023 के बीच खटीमा क्षेत्र में कुल 18 हत्याएं हुई हैं, जिनमें से सभी का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। हालांकि इन घटनाओं की बढ़ती संख्या से सीमांत क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। अनिल सिंह की हत्या ने एक बार फिर से यहां की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

इस निर्मम घटना ने न केवल एक परिवार को उजाड़ दिया बल्कि पूरे गांव को हिला कर रख दिया है। पुलिस अब हर संभव प्रयास कर रही है कि जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर न्याय सुनिश्चित किया जा सके।

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