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उत्तराखंड में सब्जियों की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं, जिससे घरेलू बजट पर बुरा असर पड़ रहा है। टमाटर और हरी मिर्च जैसी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं, वहीं अन्य हरी सब्जियों के दाम में भी भारी बढ़ोतरी देखी जा रही है। फलों और सब्जियों के बढ़ते फुटकर मूल्य ने गृहिणियों की चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि कई सब्जियों के दाम अब फलों से भी महंगे हो गए हैं।

नवरात्र से पहले ही सब्जियों के दामों में उछाल

पछवादून इलाके में नवरात्र से पहले ही फलों और सब्जियों के दामों में जबरदस्त उछाल आया है। बाजार में हरी सब्जियों की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं। गृहिणियों का कहना है कि सब्जियों के दामों में लगातार हो रही वृद्धि से उनका रसोई बजट बिगड़ चुका है। एक हफ्ते में सब्जियों के दामों में 10 से 30 रुपये प्रति किलो तक की बढ़ोतरी हो चुकी है। वहीं, मंडी में सब्जियां थोक में सस्ती मिल रही हैं, लेकिन फुटकर बाजार में पहुंचते ही इनके दाम काफी बढ़ा दिए जा रहे हैं।

ओलावृष्टि और भारी बारिश का असर

कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि ओलावृष्टि और अत्यधिक बारिश ने बागवानी पर बुरा असर डाला है। सेब, खुमानी और नाशपाती जैसे फलों के उत्पादन में कमी आई है, जिससे इनके दामों में बढ़ोतरी हो रही है। सितंबर में कम बारिश और तेज धूप के कारण मक्का, खीरा, टमाटर, हरी मिर्च, और शिमला मिर्च जैसी सब्जियों का उत्पादन भी प्रभावित हुआ है। इसके चलते फुटकर और थोक बाजार में सब्जियों के दामों में भारी अंतर देखा जा रहा है।

फुटकर विक्रेताओं की मनमानी

स्थानीय व्यापारियों और मंडी समिति के अधिकारियों का कहना है कि फुटकर बाजार में सब्जियों के दाम अनियंत्रित हो रहे हैं। कई जगहों पर रेट लिस्ट भी नहीं लगाई जा रही है, जिससे विक्रेता अपनी मनमानी कीमतें वसूल रहे हैं। प्रशासन को इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि आम जनता को राहत मिल सके।

दाम सब्जियों और फलों के मौजूदा दाम

फलों के दाम (रुपये प्रति किलो)

– पपीता: 60 रुपये

– सेब: 100-140 रुपये

– अनार: 220-240 रुपये

– संतरा: 140 रुपये

– माल्टा: 200 रुपये

– नाशपाती: 100-220 रुपये

– मौसमी: 70 रुपये

– कीवी: 50 रुपये प्रति पीस

– केला: 60-70 रुपये प्रति दर्जन

सब्जियों के दाम (रुपये प्रति किलो)

– लहसुन: 400-480 रुपये

– अदरक: 120 रुपये

– हरी मिर्च: 100 रुपये

– हरा धनिया: 240 रुपये

– प्याज: 60 रुपये

– आलू: 30-45 रुपये

– मूली: 40 रुपये

– टमाटर: 70 रुपये

– बींस: 90 रुपये

– चिचिंडा: 50 रुपये

– परवल: 70 रुपये

– गोभी: 120 रुपये

– पालक: 80 रुपये

– भिंडी: 50 रुपये

– शिमला मिर्च: 120 रुपये

बढ़ती महंगाई ने लोगों को रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करना मुश्किल कर दिया है। प्रशासन से मांग की जा रही है कि वह इस स्थिति पर नियंत्रण के लिए जल्द कदम उठाए।

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