देहरादून में अंतरराज्यीय बस अड्डा (आईएसबीटी) परिसर में सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुई 14 वर्षीय किशोरी की चिकित्सीय जांच के दौरान गर्भवती होने की पुष्टि हुई है। तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे कोरोनेशन अस्पताल से दून अस्पताल रेफर कर दिया गया है। डॉक्टर उसकी स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं और उसकी पूरी जांच की जा रही है।
- किशोरी की गंभीर हालत, डॉक्टरों की निगरानी में उपचार जारी
इस घटना के बाद पीड़िता राज्य बालिका निकेतन में रह रही थी। गुरुवार को उसकी तबीयत बिगड़ने पर उसे कोरोनेशन अस्पताल लाया गया, जहां उसकी गर्भवती होने की पुष्टि हुई। डॉक्टरों का कहना है कि किशोरी संभवतः इस घटना से पहले से ही गर्भवती थी। इस बीच, पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) और अन्य संबंधित अधिकारियों ने अभी तक मेडिकल रिपोर्ट प्राप्त नहीं की है, जबकि बाल आयोग ने भी इस मामले में बोलने से इंकार कर दिया है।
- चिकित्सीय जांच में मिस्ड मिसकैरेज की आशंका
पीड़िता की हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने कुछ मेडिकल परीक्षण किए हैं। रिपोर्ट में “मिस्ड मिसकैरेज” की आशंका जताई गई है, जिसका अर्थ है कि गर्भावस्था के दौरान भ्रूण की मृत्यु हो चुकी है, लेकिन उसके ऊतक अब भी माँ के गर्भ में मौजूद हैं। डॉक्टरों का मानना है कि यह स्थिति ही किशोरी की बिगड़ती तबीयत का कारण हो सकती है। फिलहाल, दून अस्पताल में डॉक्टर उसकी गहनता से जांच कर रहे हैं।
मुरादाबाद जाएगी पुलिस टीम, पहले के दुष्कर्म की भी हो सकती है जांच
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि किशोरी के साथ मुरादाबाद में भी कई बार दुष्कर्म हुआ था, जिसकी जानकारी पीड़िता ने दी है। पुलिस अब एक टीम को मुरादाबाद भेजने की योजना बना रही है, जहां जांच की जाएगी। साथ ही, पुलिस विधिक परामर्श लेकर पीड़िता का डीएनए परीक्षण भी कराने पर विचार कर रही है। इससे यह स्पष्ट हो सकेगा कि क्या किशोरी की गर्भावस्था आईएसबीटी घटना से पूर्व की है। यह मामला बेहद संवेदनशील है और जांच एजेंसियां इसकी तह तक जाने की कोशिश कर रही हैं। किशोरी की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए हर कदम उठाया जा रहा है।
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