रुद्रपुर – उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर में साइबर अपराध का जाल लगातार फैलता जा रहा है। हाल ही में पुलिस ने रुद्रपुर के छतरपुर और बरेली के दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जिससे यह खुलासा हुआ है कि ये अपराधी ठगी के जरिए हासिल धनराशि को अलग-अलग बैंक खातों में डालकर उसे क्रिप्टो करेंसी में बदलते थे। पूछताछ में सामने आया है कि उनका संबंध अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराधियों से भी है, और वे इंटरनेट के माध्यम से इनसे लगातार संपर्क में रहते थे।राजस्थान, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, झारखंड के बाद अब ऊधम सिंह नगर भी साइबर ठगों का गढ़ बनता जा रहा है। जिले में साइबर अपराध की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिसमें आम लोग ठगों के झांसे में आकर अपनी जमा पूंजी गंवा रहे हैं। पुलिस और साइबर थाना विभाग शिकायतों के आधार पर मामले की जांच कर रहे हैं और साइबर अपराधियों के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर रहे हैं।
53 लाख की ठगी के मामले में मास्टरमाइंड गिरफ्तार
साइबर थाना पुलिस ने रविवार को 53 लाख रुपये की ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले मास्टरमाइंड गुरप्रीत सिंह (छतरपुर, पंतनगर) और प्रेमशंकर (खितौसा, भोजीपुरा, बरेली) को गिरफ्तार किया। पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि जिले के कई अन्य लोग भी इनसे जुड़े हुए हैं। गुरप्रीत सिंह पहले दुबई में रह चुका है और उसके कई विदेशी साइबर अपराधियों से संपर्क हैं। वह ठगी की रकम को विभिन्न करंट खातों में डालकर उसे क्रिप्टो करेंसी में बदलने का काम करता था।
साइबर अपराधियों के कनेक्शन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर
साइबर थाना प्रभारी अरुण कुमार ने बताया कि गुरप्रीत का पासपोर्ट जांच के दायरे में है, जिससे यह पता लगाया जा रहा है कि उसने 2017-18 के बाद कितनी बार विदेश यात्रा की है। रुद्रपुर और आसपास के इलाकों में कई लोग इस तरह की साइबर ठगी में लिप्त हैं, जिन्हें ट्रैक करने का काम पुलिस कर रही है। साथ ही, जिन बैंकों में साइबर अपराधियों ने करंट खाते खुलवाए हैं, उनकी भी जांच की जा रही है। पुलिस का दावा है कि ऊधम सिंह नगर में साइबर अपराधियों के बढ़ते नेटवर्क को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं और इस दिशा में लगातार कार्रवाई जारी है।
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