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गुरुवार से पहाड़ों पर रुक-रुक कर भारी बारिश हो रही है, जिससे गंगा नदी में सिल्ट की मात्रा बढ़ गई है। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने गंग नहर में पानी की आपूर्ति रोक दी है ताकि नहर में गाद की समस्या ना बढ़े। इस वजह से हरकी पैड़ी और संबंधित गंगा घाटों पर पानी की कमी हो गई है, जिससे कांवड़ यात्रियों को पानी नहीं मिल पा रहा है और वे आक्रोशित हैं। कांवड़ यात्रा पर असरकांवड़ यात्रा के बीच उत्पन्न इस स्थिति से शिव भक्तों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हरकी पैड़ी पर वर्तमान में केवल ढाई से तीन फीट पानी है, जबकि भीमगोड़ा बैराज से पानी छोड़ने पर यह चार से पांच फीट तक होता है। शनिवार को पंचक के अंतिम दिन, हरकी पैड़ी पर गंगाजल लेने के लिए यात्रियों की भीड़ जमा हो गई। डाक कांवड़ का आना भी शुरू हो गया है।

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चमगादड़ टापू में जलभराव की समस्याचमगादड़ टापू में जलभराव के कारण कांवड़ यात्रियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। जलनिकासी के लिए नगर निगम प्रशासन ने दो पंपसेट लगाए हैं। साथ ही, कीटनाशक का छिड़काव भी कराया जाएगा। जलभराव के कारण वाहन खड़े करने में असुविधा हो रही है और दुर्गंध तथा मच्छरों की समस्या बढ़ गई है, जिससे संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।शनिवार से धर्मनगरी में डाक कांवड़ यात्रियों का आना शुरू हो गया है। भीड़ बढ़ने पर इस स्थान का समुचित उपयोग हो सकेगा।

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