उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने राजधानी देहरादून में एक बड़े फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह अमेरिका और कनाडा के नागरिकों को एप्पल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों का फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर चलाकर ठग रहा था। पुलिस ने छापेमारी कर 11 आरोपितों को गिरफ्तार किया और भारी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं।

फर्जी पॉपअप और बग भेजकर करते थे ठगी

गिरोह के सदस्य कंप्यूटर में जानबूझकर बग या फर्जी पॉपअप भेजते थे और फिर गड़बड़ी ठीक करने के नाम पर विदेशी नागरिकों से मोटी रकम ऐंठते थे। एसटीएफ ने छापेमारी के दौरान 13 लैपटॉप, 2 वाईफाई राउटर, 3 स्विच, 1 मीडिया कन्वर्टर, 1 एक्सटेंशन, 10 लैपटॉप चार्जर, 5 माउस, 10 हेडफोन, 4 मोबाइल फोन सहित कई अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए हैं।

चमन विहार में चल रहा था अवैध कॉल सेंटर

एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) नवनीत सिंह ने बताया कि पुलिस को गोपनीय सूत्रों से सूचना मिली थी कि सहारनपुर रोड स्थित चमन विहार में ‘आई क्रिएट सॉल्यूशंस’ नाम से एक अवैध कॉल सेंटर संचालित किया जा रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस टीम का गठन कर बीते मंगलवार को पटेलनगर थाना क्षेत्र में छापेमारी की गई, जहां 11 लोग कॉल सेंटर में मौजूद पाए गए।

फर्जीवाड़े की तकनीक

आरोपित एक्स-लाइट सॉफ़्टवेयर के माध्यम से अमेरिका और कनाडा के नागरिकों को कॉल करते थे। वे खुद को एप्पल और माइक्रोसॉफ्ट का अधिकारी बताकर विदेशी नागरिकों को भ्रमित करते थे।

गिरोह के सदस्य अपने ही बनाए फर्जी पॉपअप और बग भेजकर विदेशी नागरिकों को डराते थे कि उनके कंप्यूटर पर पोर्न साइट देखी गई है। इसके चलते उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई हो सकती है या उनका सिस्टम करप्ट हो सकता है। इसके समाधान के लिए वे ‘टीम व्यूअर’, ‘अल्ट्रा व्यूअर’ और ‘एनी डेस्क’ जैसे एप्लिकेशन इंस्टॉल करवाकर पीड़ित के कंप्यूटर का एक्सेस प्राप्त कर लेते थे और फिर उनसे मोटी रकम ऐंठते थे।

गिरफ्तार आरोपितों की सूची

एसटीएफ के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपितों में अधिकतर देहरादून के रहने वाले हैं। इनमें से एक युवक मणिपुर और एक पंजाब का निवासी है। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान निम्नलिखित रूप में हुई है:

  1. सौरभ वशिष्ठ – काशीपुर, हाल निवासी कैपिटल पैराडाइज सोसाइटी, पथरी बाग
  2. दीपक भट्ट – लालकुआं, नैनीताल
  3. मुकेश मित्तल – दून डिवाइन सोसाइटी, राजपुर
  4. गुरुप्रीत सिंह पवार – संजय कॉलोनी, पटेलनगर
  5. विशाल थापा – राजेंद्र नगर
  6. शुभम सेमवाल – कारगी चौक, बंजारावाला
  7. सुनील गुरुंग – कांवली रोड
  8. अभिषेक वर्मा – एमडीडीए कॉलोनी, चंद्र रोड
  9. फोटोखो – पुदुनमई, मणिपुर (हाल निवासी आरकेडिया ग्रांट)
  10. राजीव कुमार भट्टी – जौड़िया, होशियारपुर, पंजाब
  11. मुदस्सिर – पैसिफिक गोल्फ स्टेट, सहस्रधारा रोड

पुलिस की अगली कार्रवाई

एसटीएफ के अनुसार, प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह गिरोह सैकड़ों विदेशी नागरिकों को ठग चुका है। हालांकि, अभी तक ठगी गई कुल धनराशि का पूरा आंकड़ा सामने नहीं आया है, लेकिन करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी होने की संभावना जताई जा रही है। पुलिस अब आरोपितों से पूछताछ कर उनके अन्य साथियों की भी तलाश कर रही है।

छापेमारी टीम में शामिल अधिकारी

इस कार्रवाई को अंजाम देने वाली टीम में मुख्य रूप से निरीक्षक विकास भारद्वाज, निरीक्षक एन.के. भट्ट, उप-निरीक्षक बिपिन बहुगुणा सहित अन्य पुलिस अधिकारी शामिल थे।

निष्कर्ष

देहरादून में संचालित इस फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ कर उत्तराखंड पुलिस ने एक बड़े साइबर अपराध गिरोह को बेनकाब किया है। इस घटना से साफ है कि साइबर अपराधी नित नए तरीके अपनाकर ठगी को अंजाम दे रहे हैं। आम जनता को भी इस प्रकार की धोखाधड़ी से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की गई है।

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