खबर उत्तराखंड से जहाँ IIT Roorkeeने पूर्व स्नातक पाठ्यक्रम में संशोधन किया है। इसके बाद IIT Roorkee पहला ऐसा संस्थान बन गया है जिसने शैक्षिक और औद्योगिक विकास, प्रौद्योगिकी, उद्यमिता में तालमेल बैठाने व भविष्य की मांग को देखते हुए पाठ्यक्रम में संशोधन किया है। संस्थान की सीनेट ने संशोधित किए गए पाठ्यक्रम पर अपनी मुहर लगा दी है।
आपको बता दें की अब संस्थान के सभी बीटेक, बीआर्क, बीएस-एमएस और इंटीग्रेटेड एमटेक में प्रवेश लेने वाले छात्र नये पाठ्यक्रम को पढ़ेंगे। संस्थान ने संशोधित पाठ्यक्रम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं मशीन लर्निंग (एआई, एमएल), डेटा साइंस, भारतीय ज्ञान प्रणाली, टिंकरिंग एवं मेंटरिंग, टैलेंट एनहानस्मेंट बास्केट (टीईबी), पर्यावरण विज्ञान एवं स्थिरता (ईएसएससी), कम्युनिटी आउटरीच (कोर), सॉफ्ट स्किल्स आदि को शामिल किया है। पाठ्यक्रम को नई शिक्षा नीति को ध्यान में रखते हुए संशोधित किया गया है।
वहीं संस्थान के अधिकारियों ने बताया कि नए पाठ्यक्रम के अनुसार सभी कार्यक्रमों में छात्र पहले सेमेस्टर में सॉफ्ट स्किल्स, गणित, भौतिकी, कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, टिंकरिंग एवं मेंटरिंग और इंजीनियरिंग साइंस के पाठ्यक्रमों का अध्ययन करेंगे। सॉफ्ट स्किल्स पर पाठ्यक्रम संचार, समूह चर्चा, कौशल सहित छात्रों के समग्र व्यक्तित्व को निखारेगा। आईआईटी शैक्षणिक मामले डीन प्रो. अपूर्वा कुमार शर्मा ने बताया कि यह भविष्य की मांगों की आवश्यकता को भी पूरा करने में सहायक है। पाठ्यक्रम बुनियादी सिद्धांतों को मजबूत करने आदि पर काम करेगा।
तो वहीं दूसरी ओर IIT Roorkee के निदेशक प्रो. केके पंत ने बताया कि संशोधन के बाद जो नया पाठ्यक्रम आया है। उसके परिणाम बहुत बेहतर साबित होंगे। नए पाठ्यक्रम में सभी कार्यक्रमों में छात्र पहले सेमेस्टर में सॉफ्ट स्किल्स, गणित, भौतिकी व इंजीनियरिंग साइंस आदि का अध्ययन करेंगे। इससे छात्रों के सॉफ्ट स्किल्स पर पाठ्यक्रम संचार, समूह चर्चा, कौशल और व्यक्तित्व में निखार आएगा। इसके परिणाम बहुत आशावादी हैं। यूजी छात्रों के पास अब IIT Roorkeeको चुनने के लिए बेहतर कारण हैं।