खबर हरिद्वार क्षेत्र में चार एसटीपी संचालित हैं। इनमें तीन एसटीपी 68 एमएलडी, 27 एमएलडी और 18 एमएलडी जगजीतपुर में जबकि 14 एमएलडी क्षमता का एक एसटीपी सराय में है। जगजीतपुर में 68 एमएलडी और सराय में 14 एमएलडी क्षमता का एसटीपी जल निगम जबकि जगजीतपुर में 27 और 18 एमएलडी क्षमता का एसटीपी जल संस्थान के अधीन है।
बता दें की जगजीतपुर 68 एमएलडी एसटीपी के प्लांट इंचार्ज मनोज कुमार वर्मा ने बताया कि प्लांट फुली ऑटोमेटिक है। कंप्यूटराइज संचालन (स्काडा सॉफ्टवेयर) होता है। जहां कहीं भी ओपन केबल है वह आर्म्ड केबल (डबल इंसुलेटेड) है। पैनल में किसी भी तरह की खराबी आने पर अलार्म बजता है। ऐसी व्यवस्था सराय प्लांट की भी है।
वहीं जगजीतपुर 27 और 18 एमएलडी प्लांट के संबंध में जल संस्थान के अधिशासी अभियंता राकेश कुमार ने बताया कि प्लांट की 24 घंटे निगरानी रहती है। प्लांट इंचार्ज से लेकर तकनीकी टीम यही रहती है। सभी तकनीकी स्टाफ दक्ष हैं। इसका संचालन धारपुर नामक फर्म करती है। तकनीकी स्टाफ को सेफ्टी बेल्ट, गम बूट, हेलमेट आदि मुहैया कराई गई है। चमोली हादसे के बाद दोबारा बारीकी से जांच कराई जाएगी। कहीं कोई कमी होगी उसे दूर कराया जाएगा।