Demo

शुक्रवार रात हल्द्वानी के बरहैनी रेंज के केलाखेड़ा श्मशान घाट के पास वन तस्करों ने वन विभाग के गश्ती दल पर हमला किया। इस हमले में वन दरोगा हरीश नयाल और उनकी टीम को निशाना बनाया गया। वन तस्करों ने पहले वन दरोगा पर लाठी-डंडों से हमला किया और फिर उन्हें बंधक बनाकर अपने घर ले गए। इसके साथ ही, गश्ती दल के अन्य दो सदस्यों को उठाकर झाड़ियों में फेंक दिया। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस और वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर हरीश नयाल को तस्करों के कब्जे से मुक्त कराया।हमले के दौरान दो महिला वनरक्षकों ने गाड़ी में छिपकर अपनी जान बचाई। तस्करों ने इन महिला कर्मियों के साथ भी अभद्रता की।

घटना की शुरुआत तब हुई जब तस्करों ने गश्ती दल को लकड़ी की तस्करी की सूचना देकर फंसाया। गश्ती दल के थापा नगला पहुंचने पर लगभग 30-40 लोगों की भीड़ ने उन्हें घेर लिया और हमला कर दिया। वन दरोगा हरीश नयाल को तुरंत इलाज के लिए सुशीला तिवारी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनके कान, सिर और हाथ में गुम चोटें पाई गईं। उन्हें आगे के इलाज के लिए सोमवार को फिर से बुलाया गया है।घटना के बाद वन कर्मचारी संगठन की निष्क्रियता भी उजागर हुई। संगठन की कमजोर स्थिति का फायदा उठाते हुए तस्कर वनकर्मियों पर लगातार हमले कर रहे हैं।

यह भी पढें- मलबे और बोल्डरों के नीचे 18 घंटे तक दबे रहने के बाद भी नहीं हारी हिम्मत, एसडीआरएफ ने बचाई जान

वन विभाग के एसओजी इंचार्ज कैलाश तिवारी ने बताया कि तस्करों ने सरकारी गाड़ी भी जब्त कर ली और पुलिस ने मामले में हल्की धाराओं के तहत केस दर्ज किया। इस घटना ने वन विभाग और पुलिस प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

Share.
Leave A Reply