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हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों द्वारा पिछले पांच दिनों से चल रहे धरने के दौरान सोमवार को स्थिति तनावपूर्ण हो गई। विश्वविद्यालय प्रबंधन के साथ हुई बातचीत के दौरान कर्मचारियों और प्रबंधन के बीच विवाद बढ़ने पर तीन कर्मचारियों ने पानी की टंकी पर चढ़कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। वहीं, नीचे सुराज सेवा दल के कार्यकर्ताओं ने धरने को अपना समर्थन दिया, जिससे माहौल और गरमा गया।

हाईवोल्टेज ड्रामा के बाद प्रशासन ने की हस्तक्षेप

प्रदर्शन के दौरान जब कर्मचारी पानी की टंकी पर चढ़ गए, तब पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान और तहसीलदार ने पहुंचकर कर्मचारियों से बातचीत की। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने उन कर्मचारियों से वार्ता की, जिनका विवाद विश्वविद्यालय प्रबंधन से चल रहा था।

कर्मचारी के खेद जताने के बाद खत्म हुआ टंकी पर प्रदर्शन

बातचीत के बाद विश्वविद्यालय प्रबंधन के एक कर्मचारी, जिन पर अभद्रता का आरोप था, ने खेद प्रकट करते हुए एक वीडियो संदेश जारी किया। यह वीडियो टंकी पर चढ़े कर्मचारियों को दिखाया गया, जिसके बाद वे टंकी से नीचे उतर आए।

सुराज सेवा दल का समर्थन

सुराज सेवा दल के अध्यक्ष रमेश जोशी ने भी गुरुकुल परिसर में पहुंचकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के आंदोलन का समर्थन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि 20-25 वर्षों से काम कर रहे कर्मचारियों को केवल 10-12 हजार रुपए का वेतन दिया जा रहा है और उन्हें ठेकेदारी प्रथा के अंतर्गत रखा जा रहा है।

प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच तनाव

कर्मचारियों और प्रबंधन के बीच बातचीत के दौरान दोनों पक्षों में तीखी नोकझोंक हुई, जिसके बाद कर्मचारी आनंद, पप्पू और अरविंद ने हरिद्वार की नई कॉलोनी स्थित पानी की टंकी पर चढ़कर विरोध जताया। इस घटनाक्रम के चलते पुलिस और प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा।

कर्मचारियों के समर्थन में जुटे कार्यकर्ता

इस दौरान, सुराज सेवा दल के कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल हो गए। सोनू वाल्मीकि, अतीश मिश्रा, राजू मिश्रा, प्रवीण अग्रवाल, हिमानी अग्रवाल, पप्पू शर्मा, सोनम, इन्तजार, जमाल, खालिद, नदीम, संजीव कुमार, बृजेश कुमार सहित अन्य प्रदर्शनकारियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और कर्मचारियों की मांगों का समर्थन किया।

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