हरिद्वार के धनपुरा क्षेत्र में सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने के लिए पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकरों को हटाने की कार्रवाई की। ध्वनि प्रदूषण को कम करने और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया।
ध्वनि प्रदूषण को लेकर लगातार मिल रही थीं शिकायतें
धनपुरा क्षेत्र में स्थित धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकरों की तेज आवाज से स्थानीय नागरिकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। खासकर आगामी बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को इससे परेशानी हो रही थी। इसको लेकर पुलिस को लगातार शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद प्रशासन ने आवश्यक कदम उठाए।
नियमों के उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी
फेरूपुर चौकी इंचार्ज सुधांशु कौशिक के नेतृत्व में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने दो धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटवाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि ध्वनि प्रदूषण के मानकों का उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई किसी एक समुदाय के खिलाफ नहीं, बल्कि सभी के लिए समान रूप से लागू की जा रही है, ताकि क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनी रहे।
अधिकारियों की मौजूदगी और स्थानीय लोगों का सहयोग
लाउडस्पीकर हटाने की इस कार्रवाई के दौरान तहसीलदार प्रियंका समेत प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा। अधिकारियों ने स्थानीय निवासियों को सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों की जानकारी दी और बताया कि धार्मिक आयोजनों में ध्वनि का स्तर तय मानकों के अनुरूप ही रखा जाना चाहिए।
धार्मिक सौहार्द बनाए रखने की अपील
प्रशासन ने दोनों समुदायों से सौहार्द बनाए रखने की अपील की और स्पष्ट किया कि यह कदम किसी भी पक्ष के खिलाफ नहीं है, बल्कि सभी के हित में उठाया गया है। स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन के निर्देशों का सम्मान करने और नियमों का पालन करने की सहमति जताई।
ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने की इस कार्रवाई को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और आगे भी इस तरह के नियमों को सख्ती से लागू करने की योजना बना रहा है।