हल्द्वानी में चल रही सीवर लाइन और पाइपलाइन बिछाने की परियोजना उस समय विवादों में आ गई जब एक स्थानीय पार्षद और उसके सहयोगियों पर मजदूरों के साथ मारपीट, तोड़फोड़ और हथियार दिखाकर जान से मारने की धमकी देने के आरोप लगे। इस मामले में परियोजना का संचालन कर रही कंपनी के प्रबंधक ने मुखानी थाने में पार्षद के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।
मजदूरों पर हमला और तोड़फोड़ का आरोप
शहरी विकास विभाग के अंतर्गत एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) द्वारा वित्त पोषित इस परियोजना के तहत एक निजी कंपनी शहर में पेयजल और सीवरेज का कार्य कर रही है। कंपनी के अनुसार, बीते दिन एक पार्षद अपने तीन भाइयों और 8-10 अन्य लोगों के साथ मजदूरों के कैंप कार्यालय में जबरन घुस आया। आरोप है कि ये सभी नशे की हालत में थे और उन्होंने मजदूरों के साथ जमकर मारपीट की।
इस दौरान आरोपियों ने परियोजना की मशीनरी और वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया। गुस्साए आरोपियों ने मजदूरों और कर्मचारियों को पिस्तौल दिखाकर जान से मारने की धमकी दी, जिससे वहां हड़कंप मच गया।
घायलों का अस्पताल में इलाज, कामकाज ठप
इस हिंसा में कई मजदूर घायल हो गए, जिनमें से गंभीर रूप से घायल लोगों को सुशीला तिवारी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। आरोपियों ने कथित रूप से धमकी दी कि यदि मजदूरों ने काम जारी रखा तो उनके साथ और भी गंभीर अंजाम भुगतने होंगे। इस डर के कारण परियोजना का काम पूरी तरह ठप हो गया है और मजदूरों में दहशत का माहौल बना हुआ है।
पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज, कार्रवाई जारी
कंपनी के प्रबंधन ने मामले को लेकर मुखानी थाने में तहरीर दी, जिसके बाद पुलिस ने पार्षद और उसके साथियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। मुखानी थाना प्रभारी विजय मेहता ने बताया कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना के बाद शहर में इस महत्वपूर्ण परियोजना के भविष्य को लेकर भी सवाल खड़े हो गए हैं, क्योंकि मजदूर डर के कारण काम पर लौटने को तैयार नहीं हैं। पुलिस की जांच और प्रशासन की कार्रवाई से ही यह स्पष्ट होगा कि इस मामले में आगे क्या कदम उठाए जाएंगे।