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रुद्रप्रयाग: केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र के चोपता में उपचुनाव के दौरान शराब बरामदगी का मामला सियासी गर्मी का कारण बन गया है। कांग्रेस और भाजपा इस घटना को लेकर एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रही हैं। रविवार देर रात चोपता के तल्लानागपुर इलाके में दो वाहनों से शराब की पेटियां बरामद की गईं, जिसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर इन वाहनों को रोकते हुए वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया। इनमें से एक वाहन को एक राष्ट्रीय पार्टी के कार्यकर्ता से जोड़ा जा रहा है। कांग्रेस ने इसे भाजपा से संबंधित मामला बताते हुए चुनाव आयोग से सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं, भाजपा ने इस घटना को कांग्रेस का षड्यंत्र करार देते हुए मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उठाई है।


कांग्रेस का आरोप: “चुनाव हार रही भाजपा, मतदाताओं को शराब बांट रही है”

कांग्रेस उम्मीदवार मनोज रावत ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी चुनाव में हार के डर से मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए शराब का सहारा ले रही है। उन्होंने कहा, “भाजपा प्रशासन की मदद से घर-घर शराब पहुंचा रही है ताकि समाज को बर्बाद किया जा सके।” रावत ने चुनाव आयोग से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की।

इस घटना के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और मौके पर पहुंची पुलिस के बीच तीखी बहस भी हुई। कांग्रेस ने भाजपा पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने और चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने का आरोप लगाया।


भाजपा का पलटवार: “कांग्रेस फैला रही है दुष्प्रचार”

वहीं, भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे कांग्रेस का सुनियोजित षड्यंत्र बताया। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस पार्टी जनता को भ्रमित करने के लिए झूठा प्रचार कर रही है। उन्होंने दावा किया कि जिस गाड़ी में शराब पकड़ी गई, वह कांग्रेस के ही एक कार्यकर्ता से जुड़ी है।

भाजपा जिलाध्यक्ष महावीर सिंह पंवार ने चुनाव पर्यवेक्षक को पत्र लिखकर कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उनके कार्यकर्ता मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए शराब सप्लाई कर रहे थे। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने शराब की पेटियां भाजपा कार्यकर्ता के निजी वाहन में रखकर झूठा प्रचार करने की कोशिश की।”


चुनाव आयोग से दोनों दलों ने की सख्त कार्रवाई की मांग

इस विवाद को लेकर दोनों पार्टियों ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर अपनी-अपनी शिकायतें दर्ज करवाई हैं। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा चुनाव में अनैतिक तरीकों का इस्तेमाल कर रही है, जबकि भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस उनकी छवि खराब करने के लिए साजिश रच रही है।

इस घटना ने केदारनाथ उपचुनाव की सियासत को और गरमा दिया है। दोनों दलों के बीच चल रही बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप से चुनावी माहौल और ज्यादा तनावपूर्ण हो गया है। अब सभी की नजरें चुनाव आयोग की जांच और फैसले पर टिक गई हैं।

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