उत्तराखंड से एक बड़ी खबर सामने आ रही है खबर के अनुसार बताया जा रहा है कि उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम करवट ले रहा है और पहाड़ों में फिर आफत का दौर दिखना शुरू हो गया है. बता दें कि चमोली ज़िले में गुरुवार से मौसम बदल गया. देर रात से शुरू हुई लगातार बारिश आज शुक्रवार की सुबह तक जारी है, जिससे जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. बद्रीनाथ नेशनल हाईवे पर कई जगह मलबा आ जाने से सड़क मार्ग पर तीर्थ यात्रियों के वाहन फंस गए हैं. चमोली ज़िले में बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पागल नाला, गोविंदघाट, लामबगड़, हनुमानचट्टी के पास मलबा आने से ठप है.
वहीं, हाईवे के ठप होने से ऋषिकेश से बद्रीनाथ व हेमकुंड जाने वाली यात्री रात से ही परेशान हो रहे हैं. टंगड़ी पागल नाला में पहाड़ों से मलबा नाले के साथ बहकर सड़क पर आया, बता दें कि जिससे वहां एक वाहन दलदल में फंस गया. घंटों तक वाहन को निकालने की कोशिश की गई, लेकिन मौके पर जेसीबी मशीन न होने की वजह से बाद में यात्रियों ने ही बमुश्किल धक्का मारकर किसी तरह वाहन को दलदल से निकाला. यह वाहन जोशीमठ की तरफ आ रहा था।
इसी के साथ जोशीमठ से लेकर बद्रीनाथ धाम तक तीन जगह पर रास्ता खास तौर से ठप है और मलबा आने से बद्रीनाथ धाम से ऋषिकेश की तरफ लौट रहे लोगों की फजीहत हो रही है. हालांकि मौके पर एनएच व पीडब्ल्यूडी विभाग ने मार्ग खोलने के लिए मशीनें लगाई हैं, लेकिन लगातार हो रही बारिश से पहाड़ों से भी बोल्डर आदि गिरने का डर बना हुआ है. बता दें कि एक यात्री बृजेश चौधरी ने बताया कि पहाड़ों में लगातार बारिश से मलबा गिर रहा है, जिससे उनके वाहन फंस गए हैं. समय रहते मार्ग खोलने के लिए मशीनें भी नहीं पहुंच रहीं.
आपको बता दें कि पहाड़ों के साथ ही मैदानों में भी तेज़ बारिश हो रही है. न्यूज़ 18 संवाददाता भारती सकलानी ने बताया कि देहरादून रीजन में बारिश को देखते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी ने मसूरी और सहस्रधारा क्षेत्रों के स्कूलों में छुट्टी कर दी है और बच्चों को घरों पर ही सुरक्षित रहने को कहा गया है. बता दें कि इससे पहले मौसम विभाग ने 3 सितंबर तक उत्तराखंड में भारी बारिश की चेतावनी देते हुए अलर्ट जारी किया था और संबंधित विभागों को एडवाइज़री भी भेजी थी.