Demo

उत्तराखंड में टमाटर की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं. 2023 में, टमाटर की कीमतें पिछले साल की तुलना में दोगुनी से अधिक हो गई हैं. इसने लोगों के जीवन पर भारी असर डाला है, क्योंकि टमाटर एक आवश्यक खाद्य पदार्थ है.

टमाटर की कीमतों में वृद्धि के कई कारण हैं. एक कारण खराब मौसम है. बारिश और बाढ़ ने टमाटर की फसल को नुकसान पहुंचाया है, जिससे आपूर्ति में कमी आई है. दूसरा कारण मुद्रास्फीति है. मुद्रास्फीति ने सभी खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि की है, जिसमें टमाटर भी शामिल है.

टमाटर की कीमतों में वृद्धि लोगों के लिए एक बड़ी चुनौती है. कई लोगों को अपनी थाली से टमाटर को हटाना पड़ रहा है, क्योंकि वे इसे खरीदने में सक्षम नहीं हैं. यह उनके स्वास्थ्य और पोषण को प्रभावित कर रहा है.

फसल खराब होने और रास्ते बंद होने के कारण मंडी में टमाटर की आवक घट गई है। एक बार फिर से टमाटर के दाम आसमान छूने लगे हैं। वहीं, अन्य सब्जियों के दामों में भी लगातार उछाल आने से लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है।

जिला प्रशासन की ओर से दुकानों पर लगाई गई मूल्य सूची भी गायब हो गई है। सचिव मंडी विजय थपलियाल ने बताया कि बारिश के कारण पहाड़ों से पर्याप्त मात्रा में टमाटर और सब्जियां नहीं पहुंच पा रही हैं। इसका असर दामों पर पड़ रहा है।

सरकार ने टमाटर की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए कुछ कदम उठाए हैं, लेकिन वे पर्याप्त नहीं हैं. सरकार को टमाटर की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए और अधिक कदम उठाने की जरूरत है.

Share.
Leave A Reply