देहरादून के थाना प्रेमनगर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए मोबाइल टावरों में चोरी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने नंदा की चौकी के पास से इन चोरों को पकड़ा और तीन अलग-अलग चोरी की घटनाओं का भी खुलासा किया। आरोपियों के पास से मोबाइल टावरों से चोरी किया गया सामान बरामद किया गया है। यह गिरोह पहले भी सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, हरियाणा और दिल्ली में चोरी और लूट की कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है। पुलिस अब इनके आपराधिक इतिहास की जांच कर रही है।
शिकायत के बाद शुरू हुई कार्रवाई
24 अक्टूबर 2024 को गोविंद सिंह रावत, निवासी ऋषिनगर, रायवाला ने थाना प्रेमनगर में शिकायत दर्ज कराई थी कि अज्ञात चोरों ने मोबाइल टावर से आरआरयू 4जी उपकरण चोरी कर लिया है। इस शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।
गिरफ्तारी की पूरी कहानी
चेकिंग के दौरान पुलिस ने प्रेमनगर चौक के पास नंदा की चौकी की तरफ से आ रहे एक संदिग्ध वाहन को रोका। वाहन में मौजूद दो व्यक्तियों से पूछताछ की गई। इनमें से एक ने अपना नाम सूरज (निवासी गाजियाबाद) और दूसरे ने तरुण चौधरी बताया। दोनों से कड़ी पूछताछ में खुलासा हुआ कि उन्होंने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर मोबाइल टावरों से चोरी की थी।
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए विश्रांति पुल के पास छुपे उनके दो अन्य साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने प्रेमनगर, कैंट और सहसपुर क्षेत्र में लगे मोबाइल टावरों से सामान चोरी कर जंगल में छुपाया था।
अंतरराज्यीय गिरोह की करतूतें
थाना प्रेमनगर प्रभारी गिरीश नेगी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, हरियाणा और दिल्ली में भी चोरी की घटनाओं को अंजाम देने की बात स्वीकार की है। ये चोर मोबाइल टावरों से चोरी किए गए उपकरणों को दिल्ली के कबाड़ियों को बेचते थे।
पुलिस की सतर्कता से मिली सफलता
पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से इस अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ। अब पुलिस इनके अन्य साथियों और इनके द्वारा बेचे गए सामान की जानकारी जुटाने में लगी है। यह सफलता क्षेत्र में अपराध पर लगाम लगाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी।
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