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देहरादून पुलिस ने यातायात नियमों के उल्लंघन को रोकने के लिए ड्रोन की मदद से सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। पिछले आठ महीनों के दौरान 5514 वाहन चालकों के चालान किए गए हैं। यह कार्रवाई विशेष रूप से उन चालकों पर की गई, जो पुलिसकर्मियों की अनुपस्थिति में नियमों का उल्लंघन करते हैं। अब ड्रोन की लगातार निगरानी से यातायात नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई की जा रही है।

ट्रैफिक जाम से निपटने और नियम पालन में ड्रोन का उपयोग

ड्रोन का उपयोग न सिर्फ यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए किया जा रहा है, बल्कि नियमों के उल्लंघन पर चालान करने के लिए भी किया जा रहा है। ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि तिराहों और चौराहों पर जेब्रा क्रॉसिंग की निगरानी के लिए ड्रोन का व्यापक इस्तेमाल हो रहा है। जनवरी से सितंबर तक जेब्रा क्रॉसिंग का उल्लंघन करने वाले 2525 वाहन चालकों पर चालान किए गए।

बिना हेलमेट चालकों पर भी सख्ती

सड़कों पर बिना हेलमेट दुपहिया वाहन चलाने वालों के खिलाफ भी ड्रोन की मदद से लगातार कार्रवाई हो रही है। ड्रोन की निगरानी से गलियों में छिपकर हेलमेट न पहनने वाले चालकों पर चालान किया जा रहा है। पुलिस के अनुसार, पिछले आठ महीनों में 864 बिना हेलमेट चालकों का चालान किया गया है। सड़क दुर्घटनाओं में हेलमेट की महत्वपूर्ण भूमिका को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है।

सड़क हादसों में हर माह 85 लोगों की जान जा रही

उत्तराखंड में सड़क हादसे एक गंभीर समस्या बने हुए हैं। आंकड़ों के अनुसार, हर महीने लगभग 142 सड़क दुर्घटनाओं में 85 लोगों की जान जाती है। हेलमेट न पहनने की वजह से कई मौतें होती हैं, इसीलिए राज्य में दुपहिया वाहन चालकों और उनके पीछे बैठने वाले यात्रियों के लिए हेलमेट अनिवार्य कर दिया गया है। जनवरी से जुलाई तक, राज्य में 1008 सड़क दुर्घटनाओं में 600 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 848 लोग घायल हुए हैं।

यातायात नियमों के प्रति जागरूकता जरूरी

पुलिस प्रशासन का कहना है कि वाहन चालकों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करना आवश्यक है। ड्रोन की लगातार निगरानी से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि नियम तोड़ने वालों को बख्शा न जाए और शहर की यातायात व्यवस्था को सुरक्षित और सुचारू बनाया जा सके

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