प्रेमनगर बाजार में मोहनपुर, श्यामपुर, ठाकुरपुर, बनियावाला, सेवली सहित करीब तीस गांवों के लोग खरीदारी करने आते हैं। साथ ही यहां कईं, बैंक, स्कूल सहित अन्य सरकारी प्रतिष्ठान भी हैं। बाजार में शौचालय की सुविधा न होने से खरीदारी करने वालों के साथ ही सरकारी कार्यालयों में आने-वाले लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है।
प्रेमनगर बाजार आसपास के करीब तीस से अधिक गांवों का मुख्य बाजार है। यहां प्रतिदिन काफी संख्या में लोग खरीदारी करने आते हैं। लेकिन बाजार में एक शौचालय तक नहीं है। जिससे खरीदारों को काफी दिक्कत झेलनी पड़ती है।स्थानीय व्यापारी बाजार में एक शौचालय की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन न तो कैंट बोर्ड और न ही स्थानीय जनप्रतिनिधि इसकी सुध ले रहे हैं। दरअसल, प्रेमनगर बाजार में मोहनपुर, श्यामपुर, ठाकुरपुर, बनियावाला, सेवली सहित करीब तीस गांवों के लोग खरीदारी करने आते हैं। साथ ही यहां कईं, बैंक, स्कूल सहित अन्य सरकारी प्रतिष्ठान भी हैं। जिससे यहां रोज हजारों लोगों की आवाजाही होती है।
बाजार में शौचालय की सुविधा न होने से खरीदारी करने वालों के साथ ही सरकारी कार्यालयों में आने-वाले लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है। खासकर महिलाओं को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। कैंट बोर्ड की ओर से सालों पहले यहां सार्वजनिक शौचालय तो बनाया था, लेकिन वर्तमान में उसकी हालत ऐसी है कि वहां कोई जाना पसंद नहीं करता। स्थानीय लोग कई बार शौचालय की मांग कर चुके हैं, लेकिन आज तक यहां शौचालय नहीं बन पाया है।बाजार में शौचालय की आवश्यकता है। शौचालय न होने से खरीदारी करने आने वाले लोगों खासकर महिलाओं को दिक्कत होती है।
कई व्यापारी सहित आम लोगो ने इस मुद्दे पर अपनी बात रखी और कहा की बाजार में शौचालय बनाने की मांग को लेकर कई बार कैंट बोर्ड को पत्र लिखा जा चुका है। आज तक शौचालय नहीं बन पाया है। जल्द यहां शौचालय बनाया जाए। प्रेमनगर आसपास के करीब तीस से अधिक गांवों का मुख्य बाजार है। यहां रोज हजारों लोग खरीदारी करने के साथ ही अपने कार्यों को आते हैं। शौचालय न होने से दिक्कत होती हैं।