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भाजयुमो से लेकर मेयर पद तक का सफर
सौरभ थपलियाल, जो भाजपा युवा मोर्चा (भाजयुमो) के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में चर्चित रहे हैं, अब देहरादून मेयर पद के लिए भाजपा के प्रत्याशी बने हैं। डीएवी पीजी कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) से छात्र राजनीति की शुरुआत करने वाले सौरभ ने संगठन में कई अहम जिम्मेदारियां निभाईं। पुष्कर सिंह धामी के बाद भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष बनने वाले सौरभ ने अपनी संगठनात्मक दक्षता और शीर्ष नेताओं से मजबूत संबंधों के चलते यह मुकाम हासिल किया।

छात्र राजनीति से संगठन तक का प्रभावशाली सफर
सौरभ थपलियाल ने डीएवी पीजी कॉलेज में छात्र संघ अध्यक्ष रहते हुए अपनी नेतृत्व क्षमता को साबित किया। इसके बाद गढ़वाल विश्वविद्यालय और उत्तराखंड छात्र महासंघ में विभिन्न पदों पर रहते हुए उन्होंने छात्रों के हितों के लिए आवाज उठाई। 2003 में भाजयुमो के जिला महामंत्री बनने के बाद, 2013 में वह प्रदेश अध्यक्ष के पद तक पहुंचे।

शीर्ष नेतृत्व से नजदीकी ने बनाई राह आसान
सौरभ थपलियाल की दावेदारी को मजबूती उनके शीर्ष नेताओं से संबंधों ने दी। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उनकी नजदीकी ने उन्हें मेयर पद का प्रबल दावेदार बनाया। धर्मेंद्र प्रधान के उत्तराखंड प्रभारी रहते हुए सौरभ उनके निकट सहयोगी रहे।

युवाओं के लिए प्रेरणा और पार्टी का भरोसेमंद चेहरा
मोहकमपुर के चाणक्यपुरम में रहने वाले सौरभ थपलियाल भाजपा के बेदाग छवि वाले युवा नेता हैं। वह पार्टी के सबसे कम उम्र के मेयर प्रत्याशी भी हैं। उनकी शिक्षा बीएससी और एमए (राजनीति विज्ञान) है, जो उनके नेतृत्व और विचारशीलता को मजबूत आधार प्रदान करती है।

संगठनात्मक सेवा और अनुभव

  • 1990: बाल स्वयंसेवक के रूप में आरएसएस से जुड़ाव
  • 1995: एबीवीपी में पूर्णकालिक विस्तारक
  • 2000: डीएवी कॉलेज छात्र संघ अध्यक्ष
  • 2010: भाजयुमो राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य
  • 2013: भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष

कांग्रेस ने वीरेंद्र पोखरियाल पर जताया भरोसा
दूसरी ओर, कांग्रेस ने राज्य आंदोलन के चर्चित युवा नेता वीरेंद्र पोखरियाल को मेयर पद का प्रत्याशी बनाया है। डीएवी पीजी कॉलेज से छात्र राजनीति की शुरुआत करने वाले वीरेंद्र 1994 के राज्य आंदोलन में तीन बार जेल गए। वह कांग्रेस संगठन में पिछले दो दशक से सक्रिय हैं और इस बार मेयर पद के लिए पहली बार चुनावी मैदान में उतरे हैं।

छात्र राजनीति से निकले दो मजबूत दावेदार
सौरभ थपलियाल और वीरेंद्र पोखरियाल, दोनों ही छात्र राजनीति से निकले हुए युवा नेता हैं। भाजपा और कांग्रेस के इन प्रत्याशियों के मैदान में उतरने से देहरादून का मेयर चुनाव बेहद रोचक और प्रतिस्पर्धात्मक हो गया है।

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