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केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने एकजुटता के साथ चुनावी मैदान में उतरने का फैसला लिया है, जिससे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए चुनौती बढ़ गई है। पार्टी ने इस उपचुनाव में पूरी ताकत झोंकने और राज्य व केंद्र सरकारों की नाकामी को जनता के सामने लाने की योजना बनाई है। कांग्रेस का लक्ष्य केदारनाथ मंदिर की भंग की गई परंपराओं और मर्यादा की पुनः स्थापना करना भी है।

कांग्रेस में मतभेद खत्म, हाईकमान ने विवादों पर लगाया विराम

पार्टी के भीतर प्रत्याशी चयन को लेकर चल रही खींचतान पर कांग्रेस हाईकमान के हस्तक्षेप से विराम लग गया है। शनिवार को प्रदेश कांग्रेस समन्वय समिति की बैठक में सभी गुटों ने आपसी मतभेद भुलाकर उपचुनाव में एकजुट होकर काम करने पर सहमति बनाई। बैठक में निर्णय लिया गया कि वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारियां सौंपते हुए चुनाव अभियान को तेज किया जाएगा।

“केदारनाथ मंदिर की मर्यादा बहाल करेगी कांग्रेस”

प्रदेश सह प्रभारी सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि कांग्रेस भाजपा के दुष्प्रचार का मुंहतोड़ जवाब देगी और केदारनाथ मंदिर की भंग की गई परंपराओं को फिर से स्थापित करेगी। बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने बताया कि पार्टी की पूरी तैयारी हो चुकी है। स्थानीय मुद्दों से लेकर राज्य की मूलभूत समस्याओं को जनता के सामने रखकर कांग्रेस जनसंवाद को मजबूत करेगी।

स्थानीय और जनसमस्याएं होंगी मुख्य मुद्दे

कांग्रेस ने बूथ स्तर से लेकर मंडल, ब्लॉक, और नगर इकाइयों तक के लिए प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं। पार्टी ने उपचुनाव में बिगड़ते सामाजिक सौहार्द, महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार, बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार, प्राकृतिक आपदाओं से नुकसान, और बढ़ती विद्युत दरों जैसे मुद्दों को प्रमुख रूप से उठाने की रणनीति बनाई है। इसके साथ ही, राज्य और केंद्र सरकार की विफलताओं को उजागर कर जनता के बीच पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।

भाजपा की नीतियों पर तीखा हमला

नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि सत्तारूढ़ दल ने हमारे आराध्य केदारनाथ धाम को बांटने का प्रयास किया है, जिसे बाबा केदार कभी माफ नहीं करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा केवल अपने स्वार्थ के लिए काम कर रही है और जनहित से उसका कोई सरोकार नहीं है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार चंपावत, मंगलौर और बदरीनाथ उपचुनावों की तरह केदारनाथ में भी अराजकता फैलाने का प्रयास कर रही है, जिसका कांग्रेस कार्यकर्ता डटकर मुकाबला करेंगे।

वरिष्ठ नेताओं ने साझा की चुनावी रणनीति

बैठक में उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, पूर्व मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत, नवप्रभात, हीरा सिंह बिष्ट, विधायक विक्रम नेगी, ममता राकेश, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, और पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने उपचुनाव के लिए अपने सुझाव साझा किए। साथ ही, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी, युवक कांग्रेस अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर, एनएसयूआई अध्यक्ष विकास नेगी और सेवा दल प्रमुख हेमा पुरोहित ने भी संगठन की भूमिका को मजबूत करने पर जोर दिया।

चुनाव प्रबंधन के लिए नेताओं की नियुक्ति

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने केदारनाथ उपचुनाव के लिए विधायक विक्रम सिंह नेगी और मनोज तिवारी को प्रभारी नियुक्त किया है। इनके साथ ही, पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण और जयेंद्र रमोला को सह प्रभारी के रूप में तैनात किया गया है। माहरा ने निर्देश दिए हैं कि सभी प्रभारी और सह प्रभारी चुनावी क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ समन्वय स्थापित कर कांग्रेस की जीत सुनिश्चित करें। #

कांग्रेस ने केदारनाथ उपचुनाव में पूरी ताकत लगाने का ऐलान किया है, जिससे भाजपा के लिए यह चुनाव आसान नहीं रहने वाला। एकजुटता के साथ चुनाव लड़ने की रणनीति और स्थानीय मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाने की योजना ने इस उपचुनाव को और दिलचस्प बना दिया है।

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