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तेज गति से वाहन चलाने वालों के खिलाफ देहरादून-हरिद्वार हाईवे पर परिवहन विभाग सख्ती से निपट रहा है। बुधवार को चलाए गए चेकिंग अभियान में एक टोयोटा फॉर्च्यूनर कार का चालान किया गया, जो 150 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ रही थी। इसके साथ ही, चालक का ड्राइविंग लाइसेंस तीन महीने के लिए निलंबित कर दिया गया है। पिछले तीन महीनों में 1500 से अधिक वाहनों का चालान किया गया है।

चेकिंग अभियान का नजारा

परिवहन विभाग की टीम बुधवार को देहरादून-हरिद्वार राजमार्ग पर चेकिंग कर रही थी, जब एक फॉर्च्यूनर कार 150 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से गुजर गई। टीम के पास इसे रोकने का समय नहीं था, लेकिन इंटरसेप्टर और स्पीड रडार गन की मदद से कार की गति मापी गई। यह कार गुरुग्राम में पंजीकृत थी, और इसका चालान वाहन स्वामी के निवास पर भेजा जा रहा है। साथ ही, पंजीकृत मोबाइल नंबर पर चालान का एसएमएस भी भेज दिया गया है।

अधिकतम गति सीमा का उल्लंघन

इस राजमार्ग पर अधिकतम गति सीमा 80 किमी प्रति घंटा निर्धारित है, जबकि उक्त कार इससे लगभग दोगुनी गति से चल रही थी। आरटीओ (प्रवर्तन) शैलेश तिवारी ने बताया कि ऐसी उच्च गति से वाहन को रोकना या उसका पीछा करना जोखिम भरा हो सकता है, इसीलिए इंटरसेप्टर और रडार गन का इस्तेमाल किया जाता है।**

विशेष चेकिंग अभियान

परिवहन विभाग ने बुधवार को देहरादून और हरिद्वार में तेज गति से वाहन चलाने वालों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया। देहरादून में 219 वाहनों का चालान किया गया, जिसमें 90 वाहन तेज रफ्तार से चलते पाए गए। ऋषिकेश और विकासनगर में भी इसी तरह की कार्रवाई की गई, जिसमें क्रमशः 72 और 57 वाहनों का चालान किया गया। हरिद्वार जनपद में 102 वाहनों का चालान किया गया, जिसमें रुड़की में 49 और हरिद्वार में 53 चालान किए गए।

कैमरों से निगरानी

राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में एएनपीआर (ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन) कैमरों के जरिए वाहनों की गति पर भी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा, देहरादून में चार इंटरसेप्टर और स्पीड रडार गन से वाहन चालकों की गति की निगरानी की जा रही है। इन उपकरणों से वाहन की गति और नंबर प्लेट रिकॉर्ड कर, चालान स्वचालित रूप से जारी किए जाते हैं।

दंड और निलंबन

तेज रफ्तार से वाहन चलाने पर मोटर वाहन अधिनियम के तहत 2000 रुपये जुर्माना और चालक का ड्राइविंग लाइसेंस तीन महीने के लिए निलंबित किया जाता है। पिछले तीन महीनों में 1500 से अधिक वाहनों का चालान और इतने ही लाइसेंस निलंबित किए जा चुके हैं।

दुर्घटनाओं की संवेदनशील जगहें

हरिद्वार रोड, राजपुर रोड, रायपुर रोड, चकराता रोड, सहारनपुर रोड, हरिद्वार बाईपास, और शिमला बाईपास, ये कुछ ऐसे मार्ग हैं जहां सबसे अधिक दुर्घटनाएं होती हैं।

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