कोटद्वार: शनिवार दोपहर बाद भारी बारिश के कारण कोटद्वार पौड़ी हाईवे पर पहाड़ी से मलबा आने से आवागमन ठप हो गया है। इस कारण हाईवे पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। कोटद्वार और दुगड्डा के बीच सिद्धबली से करीब चार किलोमीटर ऊपर पहाड़ी से गिरे मलबे की चपेट में आकर एक मैक्स वाहन क्षतिग्रस्त हो गया है, जिसमें चार लोग घायल हुए हैं और एक व्यक्ति लापता है।भारी बारिश के चलते कोटद्वार से दुगड्डा तक नेशनल हाईवे पर पहाड़ी दरकने से मार्ग बाधित हो गया है। इसी दौरान एक मैक्स वाहन मलबे में दब गया, जिससे चार लोग घायल हो गए और एक व्यक्ति लापता हो गया है। कोटद्वार भाबर और पर्वतीय क्षेत्र में भारी बारिश के कारण खोह, सुखरो और मालन नदियां उफान पर आ गई हैं। वहीं, लैंसडौन वन प्रभाग के जंगलों में हुई बारिश से सिगड्डीसोत और मैहली सोत नदियों ने चिलरखाल-लालढांग मार्ग को क्षतिग्रस्त कर दिया है, जिससे सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं और वाहनों का आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है।जीएमओयू की लालढांग होते हुए हरिद्वार जाने वाली बस सेवाओं को अब यूपी के नजीबाबाद और नहर वाले रास्ते से भेजा जा रहा है। मार्ग बंद होने के कारण लालढांग क्षेत्र के कई गांवों का कोटद्वार से सीधा सड़क संपर्क कट गया है। शनिवार सुबह से लेकर दोपहर तक कोटद्वार क्षेत्र की पहाड़ियों पर जमकर बारिश हुई, जिससे सभी नदियां उफनाने लगीं और लालढांग सड़क कई जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गई।जीएमओयू के अध्यक्ष जीत सिंह पटवाल ने बताया कि लालढांग मार्ग बंद होने से अब बसों को यूपी के नहर वाले रास्ते से भेजा जा रहा है। वन विभाग ने कहा है कि मानसून सत्र के बाद ही सड़क को यातायात के लिए खोला जाएगा, क्योंकि मानसून के दौरान इस मार्ग से आवाजाही खतरनाक हो सकती है। मार्ग बंद होने से कोटद्वार भाबर से लालढांग तक के ग्रामीण परेशान हो उठे हैं और उन्हें जरुरी काम के लिए 11 किमी पैदल आवाजाही करनी पड़ रही है।लालढांग के बच्चे उच्च शिक्षा के लिए भाबर के कण्वघाटी महाविद्यालय, पॉलिटेक्नीक में जाते हैं, जबकि सैकड़ों लोग सिडकुल के जशोधरपुर और सिगड्डी इंडस्ट्रियल एरिया में कामकाज और नौकरी के लिए आते हैं
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