: काशीपुर के पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा ने दुष्कर्म के बढ़ते मामलों को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है। चीमा ने महिलाओं और छात्राओं के प्रति पुरुषों की बढ़ रही घृणित सोच को भारतीय संस्कृति के विपरीत बताया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं के प्रति कहीं न कहीं महिलाएं भी जिम्मेदार हैं, क्योंकि वे पश्चिमी सभ्यता की पोषक हो रही हैं। उनके इस बयान से काशीपुर में राजनीति गरमा गई है।चीमा ने कहा कि हमारे देश की संस्कृति एवं सभ्यता के अनुरूप ही महिलाओं को अपने वस्त्र धारण करने चाहिए। भाजपा के पूर्व विधायक ने अभिभावकों से भी अपील की है कि वे अपने परिवार की महिलाओं और बालिकाओं को भारतीय संस्कृति के अनुरूप वस्त्र धारण करने को प्रेरित करें। उन्होंने सभी विद्यालयों के प्रबंधकों से भी अपील की है कि वे छात्राओं की पोशाक में भारतीय संस्कृति के अनुरूप परिवर्तन लाएं।राजनीतिक प्रतिक्रिया:पूर्व विधायक के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेत्री मुक्ता सिंह ने इसे अपमानजनक बताया। उन्होंने कहा, “अगर दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ रही हैं, तो उसमें महिलाओं का पहनावा कैसे दोषी हो सकता है? किसी के पहनावे से आप उसके चरित्र का आंकलन कैसे कर सकते हैं?” मुक्ता सिंह ने इस बयान को महिलाओं के मौलिक अधिकारों पर हमला बताया और कहा कि इसकी घोर निंदा की जानी चाहिए।कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष मुशर्रफ हुसैन ने भी इस बयान की निंदा करते हुए कहा, “दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं में कैसे कोई महिला दोषी हो सकती है? ऐसे बयान देने से पहले पूर्व विधायक को विचार करना चाहिए था। हमारे समाज में इस प्रकार की बयानबाजी को कतई बढ़ावा नहीं दिया जा सकता।”विपक्षियों के टारगेट पर आए पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा ने कहा कि उन्होंने समाज की बेहतरी के लिए यह विचार व्यक्त किए हैं और यह उनके निजी विचार हैं, न कि राजनीतिक बयान। उनका उद्देश्य समाज में एक बेहतर संदेश देना था।इस बयान के बाद काशीपुर में राजनीति तेज हो गई है और इस विषय पर बहस जारी है।
यह भी पढें- Uttarakhand By-Election: मंगलौर में सभा करेंगे भाजपा केंद्रीय राज्य मंत्री जयंत चौधरी, सीएम भी शामिल होंगे