उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में पिछले चार दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं और कई पुलों को गंभीर खतरा पैदा हो गया है। शनिवार को कई स्थानों पर पुल टूटने की घटनाएं सामने आई थीं, और आज रविवार को हल्द्वानी-देहरादून स्टेट हाईवे पर चकलुवा के पास बने पुल को भी खतरा है। पानी के तेज बहाव से इस पुल के दोनों पिलर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और यह कभी भी ढह सकता है।भारी बारिश से पुलों की स्थिति गंभीररामनगर-भतरौंजखान मार्ग पर मोहान स्थित पन्याली नाले में आई बाढ़ के कारण यहां का पुल टूट गया है, जिससे भतरौंजखान, भिकियासैंण और रानीखेत के लिए आवाजाही बंद हो गई है। राहगीरों को चिमटाखाल और हरड़ा मार्ग से भेजा जा रहा है।पिथौरागढ़ जिले की स्थिति भी चिंताजनकपिथौरागढ़ जिले में दारमा घाटी के माइग्रेशन ग्राम बोन को जोड़ने वाला पुल च्युति गधेरे में बाढ़ की भेंट चढ़ गया है। इसके चलते गांव के 30 परिवारों का संपर्क मुख्य सड़क से कट गया है। तीजम और वतन तोक को जोड़ने वाला लकड़ी का पैदल पुल भी बह गया है, जिससे 18 परिवारों का संपर्क टूट गया है। चीन सीमा को जोड़ने वाला बैली ब्रिज भी खतरे में**चीन सीमा को जोड़ने वाला कैलाश मार्ग पर स्थित बैली ब्रिज भी खतरे की जद में है। लगातार हो रही बारिश से इस ब्रिज को भी नुकसान पहुंच सकता है।उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। पुलों की क्षतिग्रस्त स्थिति से स्थानीय निवासियों को आवाजाही में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार और स्थानीय प्रशासन से जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि जनजीवन सामान्य हो सके।
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