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हाल ही में देहरादून में अधिवक्ता पल्लव शर्मा के घर हुए चोरी के मामले ने पुलिस और जनता को चौंका दिया है। इस मामले में चोरी की साजिश रचने वाले कोई और नहीं बल्कि उनके घर में काम करने वाली नौकरानी प्रीति और उसका पति कुलदीप सिंह निकले। पुलिस ने जब इस मामले की जांच की तो सीसीटीवी फुटेज और वाट्सएप कॉल के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।

29 मई को अधिवक्ता पल्लव शर्मा अपनी पत्नी के साथ कोर्ट गए हुए थे। जब वे वापस लौटे, तो पाया कि उनके घर की आलमारी का लॉक तोड़कर आठ लाख रुपये के गहने चोरी हो चुके थे। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। पल्लव शर्मा ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच शुरू कर दी।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने इस मामले की जांच की जिम्मेदारी थानाध्यक्ष रायपुर कुंदन राम को सौंपी। पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की और संभावित गवाहों से पूछताछ की। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि शिकायतकर्ता के घर में प्रीति नाम की महिला काम करती है, जो सुल्तानपुरी, दिल्ली की निवासी है और वर्तमान में एमडीडीए कॉलोनी, रायपुर, देहरादून में रहती है।

सीसीटीवी फुटेज में पुलिस ने देखा कि एक व्यक्ति मुंह पर कपड़ा बांधकर घर में दाखिल हो रहा है। इस व्यक्ति ने सफेद रंग की टी-शर्ट पहनी थी और वह मात्र छह मिनट में चोरी की घटना को अंजाम देकर निकल गया। इतनी तेजी से चोरी होने से पुलिस को शक हुआ कि यह काम किसी जानकार का ही हो सकता है।

जब पुलिस ने प्रीति से पूछताछ की, तो उसने अपने पति के बारे में सही जवाब नहीं दिया और कहा कि उसका पति दिल्ली में है। प्रीति के बयान से पुलिस को शक हुआ और उन्होंने जांच की दिशा को उसके पति कुलदीप सिंह की ओर मोड़ा। पुलिस ने पता लगाया कि कुलदीप सिंह दिल्ली के सुल्तानपुरी क्षेत्र में रहता है।

जांच के दौरान पुलिस ने प्रीति और कुलदीप के बीच हुई वाट्सएप कॉल का रिकॉर्ड चेक किया। इस रिकॉर्ड से पता चला कि घटना के समय कुलदीप देहरादून में था और प्रीति से संपर्क में था। पुलिस ने प्रीति और कुलदीप दोनों को गिरफ्तार कर लिया और सख्ती से पूछताछ की।

पूछताछ में प्रीति ने स्वीकार किया कि उसने ही कुलदीप को दिल्ली से बुलाया था और दोनों ने मिलकर चोरी की योजना बनाई थी। प्रीति ने बताया कि उसने अपने पति को घर की आलमारी का लॉक तोड़ने के तरीके और घर के अन्य विवरण बताए थे। कुलदीप ने उसके अनुसार कार्य किया और चोरी को अंजाम दिया।

गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को चोरी किए गए गहनों के बारे में जानकारी दी। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर सभी गहने बरामद कर लिए हैं। पुलिस ने कुलदीप और प्रीति को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है और मामले की जांच को आगे बढ़ा रही है।

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इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि कभी-कभी जिन लोगों पर हम सबसे ज्यादा भरोसा करते हैं, वही लोग हमारे साथ विश्वासघात कर सकते हैं। अधिवक्ता दंपती के घर हुई इस चोरी ने एक बार फिर यह सिखाया कि सतर्कता और सावधानी बरतना कितना महत्वपूर्ण है। पुलिस की त्वरित और कुशल जांच ने अपराधियों को पकड़कर कानून के सामने पेश किया, जिससे न्याय की जीत हुई। इस मामले ने पुलिस की कुशलता और तकनीकी जांच की महत्वता को भी उजागर किया है।

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