हाल ही में उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव एस रामास्वामी की पत्नी मीना शर्मा द्वारा दर्ज की गई शिकायत ने एक गंभीर मामला उजागर किया है। शिकायत में उन्होंने पंजाब के फिरोजपुर के निवासी तीन लोगों पर उनके बेटे के साथ ब्लैकमेलिंग और उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इस घटना ने पूरे राज्य में सनसनी फैला दी है और पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
प्रारंभिक घटनाक्रम
मीना शर्मा ने पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में बताया कि उनके बेटे को बोलने में कठिनाई होती है। उनके बेटे की शादी के लिए उन्होंने ‘जीवन साथी डॉट कॉम’ पर एक युवती सबीना का बायोडाटा देखा, जो फिरोजपुर, पंजाब की निवासी थी। सबीना के भाई जानिश कश्यप, जो रेलवे गार्ड के पद पर कार्यरत हैं, से संपर्क स्थापित हुआ। प्रारंभिक बातचीत के बाद जानिश कश्यप और उनकी पत्नी नेहा कश्यप देहरादून स्थित उनके घर पहुंचे और बेटे से मुलाकात की।
कुछ दिनों बाद, जानिश ने मीना शर्मा को चंडीगढ़ में मिलने का न्योता दिया ताकि लड़का और लड़की आपस में मिल सकें। 14 दिसंबर 2022 को फिरोजपुर में दोनों की सगाई संपन्न हुई। इसके बाद, 17 दिसंबर 2022 को मीना शर्मा और उनके पति ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन में शादी की तारीख तय करने के लिए निकले।
रास्ते में सबीना का फोन आया कि वह शादी नहीं करना चाहती। इस घटना से उनका बेटा बहुत तनाव में आ गया और बीमार पड़ गया। इसके बाद सबीना, जानिश और नेहा ने दोबारा फोन कर शादी करने की बात कही। जुलाई 2023 में सबीना और उसके परिवार वाले दोबारा देहरादून आए और शादी की तारीख तय हो गई। 4 दिसंबर 2023 को ऋषिकेश में परमार्थ निकेतन में शादी संपन्न हुई।
मीना शर्मा का आरोप है कि शादी के मंडप से ही जानिश और नेहा ने उनके बेटे और उनके परिवार के साथ उत्पीड़न शुरू कर दिया। 10 दिसंबर 2023 को एक रिसेप्शन रखा गया था, जिसमें मुख्यमंत्री और अन्य महत्वपूर्ण अधिकारी भी आमंत्रित थे।
राजपुर थाने में मीना शर्मा की शिकायत के आधार पर जानिश कश्यप, नेहा कश्यप और उनकी मां सरिता कश्यप के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। थानाध्यक्ष राजपुर पीडी भट्ट ने बताया कि पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और सभी आरोपों की सत्यता की पुष्टि के लिए आवश्यक कदम उठा रही है।
यह मामला एक बार फिर से समाज में हो रहे धोखाधड़ी और ब्लैकमेलिंग के गंभीर पहलुओं को उजागर करता है। विशेषकर जब यह किसी प्रमुख अधिकारी के परिवार के साथ घटित होता है, तो यह स्पष्ट होता है कि कोई भी व्यक्ति इन घटनाओं से अछूता नहीं है।
पूर्व मुख्य सचिव की पत्नी द्वारा लगाए गए आरोप गंभीर हैं और पुलिस की जांच पूरी होने के बाद ही वास्तविकता का पता चल पाएगा। यह घटना सभी को सतर्क रहने और किसी भी प्रकार के धोखाधड़ी से बचने के लिए सावधान रहने की चेतावनी देती है। समाज में विश्वास और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए यह आवश्यक है कि ऐसे मामलों की गंभीरता से जांच हो और दोषियों को सख्त सजा दी जाए।
इस मामले की जांच और इसके परिणामस्वरूप आगे की कार्रवाई पर सभी की निगाहें टिकी हैं। उम्मीद है कि न्याय की जीत होगी और दोषियों को उनके कर्मों की सजा मिलेगी।