रातीघाट – बेतालघाट मोटर मार्ग पर हरचनौली बैंड के समीप हुए पिकअप हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई, जिससे कोसी घाटी में मातम पसर गया है। घटना में गंभीर रूप से घायल लोग एसटीएच हल्द्वानी में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। ग्रामीणों ने मोटर मार्ग पर सुरक्षित यातायात के प्रबंध न होने को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस और प्रशासन ने घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है।बीते रविवार मध्य रात्रि समीपवर्ती पल्सों और बर्धो गांव के बाशिंदे बेतालघाट महोत्सव में शामिल होकर पिकअप वाहन में सवार होकर गांव की ओर रवाना हुए। वाहन घिरोली पुल से आगे रातीघाट – बेतालघाट मोटर मार्ग पर हरचनौली बैंड के समीप पहुंचा ही था कि एकाएक असंतुलित होकर सड़क से करीब पचास मीटर नीचे खाई की ओर पलट गया। दुर्घटना की आवाज सुन व्यापारी नेता बालम सिंह बोहरा ग्रामीणों को साथ लेकर मौके पर पहुंचे और पुलिस एवं प्रशासन को सूचना दी।
थानाध्यक्ष बेतालघाट और राजस्व उपनिरीक्षक सुरेश सनवाल ने स्थानीय लोगों की मदद से एक-एक कर घायलों को खाई से बाहर निकाला। हादसे में नैनीचैक गांव निवासी उमेद सिंह (58) पुत्र टीका सिंह की मौके पर ही मौत हो गई जबकि खैराली बूंगा निवासी मीनाक्षी बोहरा (15) पुत्री भगवत सिंह ने बेतालघाट अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। ऊंचाकोट, तल्लागांव निवासी कंचन कठायत (15) पुत्री पृथ्वीपाल की एसटीएच हल्द्वानी में उपचार के दौरान मौत हो गई। बर्धो निवासी दीपा, तल्लागांव निवासी बबीता, और पल्सो गांव निवासी पना देवी की हालत नाज़ुक बनी हुई है। हादसे में घायल अन्य लोगों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।दुर्घटनास्थल पर सुरक्षित यातायात के लिए पैराफिट और क्रश बैरियर भी नहीं लगे थे। ग्रामीणों का कहना है कि अगर ये प्रबंध होते तो शायद यह हादसा नहीं होता। राजस्व पुलिस ने मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए नैनीताल भेजने की तैयारी शुरू कर दी है। पुलिस और प्रशासन ने घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया है।यह दर्दनाक हादसा कोसी घाटी के निवासियों के लिए एक बड़ी त्रासदी है, जिसने सभी को झकझोर कर रख दिया है। ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन जल्द से जल्द मोटर मार्ग पर सुरक्षित यातायात के उपाय सुनिश्चित करे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।