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Lakshya Sen जिन्होंने Thomas Cup को 6 वर्ष के उम्र में मैदान पर उतारने में दादा जी का बड़ा योगदान रहा दादा ने हाथ पकड़कर को देख लक्ष्य को बैडमिंटन पकड़ना सिखाया पिता और दादा जी के नक्शे पर चलें लक्ष्य ने भी बैडमिंटन में भी प्रतिभा दिखाई।

भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी ने Thomas Cup जीतकर इतिहास रच दिया है वहीं इस जीत का आधार बने उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के निवासी शटलर Lakshya Sen ने पहले ही मैच में इंडोनेशिया के ओलंपिक मेडलिस्ट गिटिंग को 9-21,21-17 व 21-16, से हराकर जीत की बुनियाद रख दी थी उसके बाद भारतीय खिलाड़ी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा चलिए देखते हैं कौन है Lakshya Sen जिनकी तारीफ पहले भी पीएम मोदी और सचिन तेंदुलकर कर चुके हैं।

बताया जा रहा है कि अल्मोड़ा जिले के मध्यमवर्गीय परिवार से निकले Lakshya Sen का जन्म 16 अगस्त 2001 को हुआ था उनका परिवार 80 वर्षों से अधिक समय से अल्मोड़ा के तिलकपुर मोहल्ले में रह रहा है उनके दादाजी सीएम सेल जिला परिषद में नौकरी करते थे दादा ने सिविल सर्विसेस में राष्ट्रीय स्तर की बैडमिंटन प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था वहीं कई खिताब अपने नाम किए जबकि पिता डीके सैंडली वर्तमान में कुछ है पहले वह साईं के कोच थे।

देखिए 6 साल की उम्र से खेल रहे हैं Lakshya
Lakshya अपने बड़े भाई अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी चिराग से भी प्रेरित हुए हैं माता निर्मला सेन पूर्व में निजी स्कूल में शिक्षिका थी 2018 में Lakshya के पिता ने डी के सामने वीआर एस ले लिया था माता ने भी स्कूल छोड़ बच्चों के प्रशिक्षण के लिए परिवार समेत बंगलुरु में शिफ्ट हो गए थे वहां Lakshya और चिराग ने प्रशिक्षण लिया और पिताजी के सैलरी प्रकाश पादुकोण अकादमी में सीनियर कोच है।

England championship के फाइनल में पहुंचे

akshya Sen all England badminton championship के Final में पहुंचने वाले पांचवें भारतीय शटलर हैं। उनसे पहले 1947 में प्रकाश नाथ, 1980 में प्रकाश पादुकोण और 2001 में पुलेला गोपीचंद चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचे थे। महिला वर्ग में साइना नेहवाल भी 2015 में इस प्रतिस्पर्द्धा का फाइनल खेल चुकी हैं। लक्ष्य सेन बैडमिंटन के विख्यात विमल कुमार, पुलेला गोपीचंद और योंग सूयू से प्रशिक्षण ले चुके हैं।

जानिए Lakshya की उपलब्धियां

Lakshya ने leaning Singapore youth international series में स्वर्ण, इजरायल junior international के डबल और सिंगल में स्वर्ण, इंडिया इंटरनेशनल सीरीज के सीनियर वर्ग में स्वर्ण, योनेक्स जर्मन जूनियर इंटरनेशनल में रजत, डच जूनियर में कांस्य, यूरेशिया बुल्गारियन ओपन में स्वर्ण, ऐशिया जूनियर चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक, यूथ ओलंपिक में रजत, वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक समेत कई राष्ट्रीय और अंर्तराष्ट्रीय चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को पदक दिलाया है।

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PM modi और Tendulkar ने की थी प्रशंसा

Lakshya Sen इसी साल मार्च में Yonex all India England badminton championship के फाइनल में पहुंच गए थे। लेकिन फाइनल में कड़े मुकाबले में वह दुनिया के नंबर एक और ओलंपिक चैंपियन विक्‍टर एक्‍सेलसेन Olympic champion victor से वह मात खा गए। जिसके बाद PM modi और सचिन तेंदुलकर Sachin Tendulkar ने Tweet कर उनका हौसला बढ़ाया है। दोनों अपने Tweet में कहा है कि आप पर देश को गर्व हैं।

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