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उत्तरकाशी: गंगोत्री-गोमुख ट्रैक मार्ग पर चीड़वासा के पास नाले में पानी बढ़ने से एक बड़ा हादसा हो गया। हिमखंड के पिघलने के कारण नाले में पानी का स्तर अचानक बढ़ गया, जिससे लकड़ी की अस्थायी पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई। इस हादसे में दिल्ली के दो कांवड़ यात्री सूरज और मोनू नाले में बह गए।घटना का विवरण:यह घटना शाम करीब तीन बजे की है। भोजवासा में गोमुख के पास जीएमवीएन के विश्राम गृह और आश्रम में 35 यात्री रुके हुए थे। इसी दौरान, सूरज और मोनू चीड़वासा की तरफ गए थे जब यह हादसा हुआ। प्रशासन की प्रतिक्रिया:घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने गंगोत्री नेशनल पार्क के उप निदेशक से घटना की पूरी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने तुरंत सर्च एवं रेस्क्यू अभियान शुरू करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, गोमुख क्षेत्र में रुके यात्रियों की सुरक्षित निकासी के लिए भी उपाय किए जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने नाले में तुरंत वैकल्पिक पुलिया बनाए जाने के भी निर्देश दिए हैं ताकि यातायात सुचारू रूप से चल सके।वर्तमान में, सर्च एवं रेस्क्यू टीम दोनों यात्रियों की खोज में जुटी हुई है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस की टीमें भी मौके पर मौजूद हैं और हर संभव सहायता प्रदान कर रही हैं। इस हादसे ने यात्रियों की सुरक्षा के प्रति प्रशासन को और सतर्क बना दिया है और इस तरह की दुर्घटनाओं से निपटने के लिए त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।हम आशा करते हैं कि दोनों यात्री सुरक्षित मिल जाएं और प्रशासन इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए आवश्यक कदम उठाएगा।

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