मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी प्रदेशवासियों से अपील की है कि इस मानसून सीजन में अधिक से अधिक वृक्षारोपण कर पर्यावरण के संरक्षण और संवर्धन में अपना योगदान दें। उन्होंने यह अपील रविवार को बौद्ध मठ, क्लेमेंटटाउन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ के 111वें संस्करण को सुनने के बाद की।मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ में वृक्षारोपण को बढ़ावा देने पर जोर दिया। विश्व पर्यावरण दिवस पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की शुरुआत की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अभियान पर्यावरण संरक्षण के प्रति हमारी जिम्मेदारी का प्रतीक है और हमें इसे सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।वृक्षारोपण के साथ-साथ जल संचय की दिशा में भी योगदान देने की अपील करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि जल स्रोतों के पुनर्जीवन के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि जल संचय और संरक्षण की दिशा में छोटे-छोटे प्रयास भी बड़े बदलाव ला सकते हैं।मुख्यमंत्री ने 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर अनेक देशों में योग के बड़े कार्यक्रम आयोजित हुए और दुनिया में योग करने वालों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में योग को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं। भारत की सोच हमेशा से विश्व बंधुत्व की रही है और योग इसका महत्वपूर्ण हिस्सा है।इस अवसर पर विधायक विनोद चमोली, भाजपा के महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल और अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे। सभी ने मुख्यमंत्री की अपील का समर्थन करते हुए प्रदेशवासियों से अधिक से अधिक वृक्षारोपण और जल संचय में योगदान देने की अपील की।प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण और जल संचय के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री धामी का यह कदम सराहनीय है। उम्मीद है कि प्रदेशवासी उनकी अपील को गंभीरता से लेते हुए इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे।