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भारतीय मौसम विभाग ने प्रदेश के अधिकांश जिलों में आगामी तीन दिनों के लिए भारी से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन की संभावनाएं बढ़ गई हैं, जिससे यात्रियों और स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। विशेष रूप से चारधाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों को इस पूर्वानुमान के मद्देनजर अधिक सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।

मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा, चंपावत, देहरादून, टिहरी और पौड़ी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। राजधानी देहरादून में भी आसमान में हल्के बादल छाए रहेंगे और कुछ क्षेत्रों में गर्जन के साथ बारिश होने की संभावना है। देहरादून जिले में मिलाजुला मौसम रहेगा, और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है।

रविवार को देहरादून में बारिश होने से अधिकतम तापमान में करीब दो डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। राजधानी देहरादून में अधिकतम तापमान 34.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 26.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पंतनगर, मुक्तेश्वर, और नई टिहरी में भी तापमान में गिरावट देखी गई।

बारिश के कारण जलभराव की स्थिति भी उत्पन्न हुई। दोपहर बाद हुई बारिश से कई इलाकों में जलभराव हुआ। नालियां चोक होने के कारण बारिश का पानी सड़कों पर भर गया, जिससे लोगों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ा। लक्खीबाग चौकी, सर्वे चौक, परेड ग्राउंड और पटेल नगर बाजार क्षेत्र में भी जलभराव की स्थिति देखने को मिली।

भारी बारिश के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन की संभावनाएं बढ़ गई हैं। भूस्खलन से सड़कों पर मलबा गिर सकता है, जिससे यातायात प्रभावित हो सकता है। ऐसे में चारधाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों को खासतौर पर सतर्क रहने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने यात्रियों को सावधानी बरतने और मौसम की जानकारी प्राप्त करते रहने की हिदायत दी है।

प्रशासन ने संभावित आपात स्थितियों से निपटने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां कर ली हैं। राहत और बचाव दलों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। सड़कों पर फंसे यात्रियों की सहायता के लिए प्रशासन ने पर्याप्त व्यवस्थाएं की हैं। नालियों और जल निकासी व्यवस्था की साफ-सफाई के लिए विशेष टीमें तैनात की गई हैं।

नागरिकों के लिए सुझाव

  1. सतर्कता बरतें: नागरिकों को अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है। अगर यात्रा करना अनिवार्य हो, तो मौसम की जानकारी प्राप्त करके ही यात्रा करें।
  2. आपातकालीन संपर्क: आपातकालीन स्थितियों में स्थानीय प्रशासन और राहत दलों के संपर्क में रहें।
  3. सुरक्षित स्थान: भारी बारिश के दौरान सुरक्षित स्थान पर रहें और नदियों, झीलों और अन्य जल स्रोतों से दूर रहें।
  4. भोजन और पानी का संग्रह: अत्यधिक बारिश के कारण आपूर्ति में बाधा आ सकती है, इसलिए आवश्यक खाद्य सामग्री और पानी का संग्रह करें।
  5. मौसम की जानकारी: नियमित रूप से मौसम विभाग के अपडेट्स और चेतावनियों को देखें और उनके अनुसार अपनी योजनाएं बनाएं।

प्रदेश में भारी बारिश के चलते प्रशासन और नागरिकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। मौसम विभाग द्वारा जारी ऑरेंज अलर्ट को गंभीरता से लेते हुए सभी आवश्यक तैयारियां और सावधानियां बरतनी चाहिए। प्रशासन की तत्परता और नागरिकों की सतर्कता से इस कठिन समय को सफलतापूर्वक पार किया जा सकता है। उम्मीद है कि जल्द ही मौसम सामान्य होगा और जनजीवन पटरी पर लौटेगा।

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