20 जून को मंत्री गणेश जोशी अपने पैतृक गांव हुनेरा के छनपाटा पहुंचे। यह दौरा उनके लिए विशेष था क्योंकि वे अपने कुल देवी के मंदिर में सपरिवार पूजा अर्चना करने आए थे। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश वासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। गांव आगमन पर स्थानीय लोगों और कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
गणेश जोशी ने अपने परिवार के साथ कुल देवी के मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की। इस पूजा का उद्देश्य प्रदेश की जनता के लिए सुख-समृद्धि और शांति की कामना करना था। कुल देवी के मंदिर में पूजा करना उनके लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक अनुष्ठान है, जो उनके परिवार की परंपराओं और विश्वासों को मजबूत करता है।
गांव आगमन पर मंत्री गणेश जोशी का कार्यकर्ताओं और स्थानीय निवासियों ने फूलमालाओं के साथ स्वागत किया। उनका स्वागत एक उत्सव जैसा था जिसमें स्थानीय लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। इस स्वागत समारोह ने गांव के लोगों की उनके प्रति सम्मान और स्नेह को दर्शाया। स्थानीय लोगों की इस गर्मजोशी ने यह साबित किया कि गणेश जोशी के प्रति उनके दिलों में गहरा सम्मान और प्रेम है।
इस अवसर पर मंत्री गणेश जोशी के साथ उनकी पत्नी निर्मला जोशी, भाजयुमो राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नेहा जोशी, मयंक जोशी, पखुड़ी जोशी, आब्यान जोशी, सौरभ नागिया, विपिन जोशी, देवी दत्त जोशी, और उमा जोशी भी उपस्थित थे। इन सभी ने मिलकर पूजा अर्चना में भाग लिया और अपने परिवार की समृद्धि और सुरक्षा के लिए प्रार्थना की। इस धार्मिक अनुष्ठान ने परिवार के सदस्यों के बीच के आपसी संबंधों को और भी मजबूत किया।
कुल देवी के मंदिर में पूजा अर्चना करना न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक भी है। गणेश जोशी का यह कदम दर्शाता है कि वे अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं और अपने परिवार और समुदाय के प्रति उनकी गहरी निष्ठा है। उनके इस धार्मिक अनुष्ठान ने स्थानीय लोगों के बीच एकता और भाईचारे को और भी मजबूत किया है। यह आयोजन समाज में पारंपरिक मूल्यों को बनाए रखने और नई पीढ़ी को धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर से अवगत कराने का एक महत्वपूर्ण माध्यम भी था।
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मंत्री गणेश जोशी का इस प्रकार का दौरा उन्हें अपने निर्वाचन क्षेत्र और स्थानीय समुदाय से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण साधन है। उनके इस दौरे ने यह साबित किया कि वे न केवल एक राजनीतिक नेता हैं, बल्कि एक पारिवारिक और सामुदायिक व्यक्ति भी हैं, जो अपनी परंपराओं और रीति-रिवाजों का सम्मान करते हैं। इससे स्थानीय लोगों के बीच उनका सम्मान और विश्वास और भी बढ़ा है। इस दौरे ने गणेश जोशी की जमीनी स्तर पर लोकप्रियता को भी बढ़ावा दिया है, जिससे उनकी राजनीतिक छवि और भी मजबूत हुई है।
गणेश जोशी का अपने पैतृक गांव में इस प्रकार की पूजा अर्चना करना सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे यह संदेश जाता है कि व्यक्ति चाहे कितनी भी ऊंचाई पर पहुंच जाए, उसे अपनी जड़ों को नहीं भूलना चाहिए। गणेश जोशी का यह कदम स्थानीय युवाओं के लिए प्रेरणादायक है, जो अपने रीति-रिवाजों और परंपराओं को अपनाकर समाज में अपनी पहचान बना सकते हैं। यह आयोजन समाज में पारंपरिक मूल्यों को बनाए रखने और नई पीढ़ी को धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर से अवगत कराने का एक महत्वपूर्ण माध्यम भी था।