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हरिद्वार,हिंदू जनजागृति समिति की शिकायत पर राष्ट्रीय महिला आयोग और उत्तराखंड महिला आयोग ने हरिद्वार पुलिस को गंगा घाटों पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। इस शिकायत के बाद पुलिस ने गंगा घाटों पर चेतावनी बोर्ड लगवाए हैं, जिनमें स्पष्ट चेतावनी दी गई है कि महिलाओं के फोटो, वीडियो और शार्ट वीडियो बनाना कानूनी अपराध है। ऐसा करने पर शिकायत मिलने पर तत्काल मुकदमा दर्ज किया जाएगा।हरिद्वार में गंगा घाटों पर स्नान के दौरान बालिकाओं और महिलाओं के फोटो, वीडियो बनाने और शार्ट वीडियो बनाकर इंटरनेट पर डालने की घटनाएं बढ़ती जा रही थीं। विशेष रूप से चारधाम यात्रा सीजन के दौरान देशभर से ब्लॉगर और इंटरनेट मीडिया इन्फ्लुएंसर यहां पहुंच रहे थे और स्नान करती महिलाओं के वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर रहे थे। इन घटनाओं के मद्देनजर पुलिस ने सख्त कार्रवाई का निर्णय लिया है।हाल के दिनों में कई ऐसे वीडियो इंटरनेट पर प्रसारित होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की है। यह व्यवस्था पहले से ही मौजूद थी, लेकिन इसका अनुपालन नहीं हो रहा था। अब चेतावनी बोर्ड लगाए जाने से उम्मीद है कि इस प्रकार की घटनाओं पर रोक लग सकेगी।पुलिस की ओर से गंगा घाटों पर यह स्पष्ट चेतावनी दी गई है कि महिलाओं के फोटो और वीडियो बनाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। महिलाओं की निजता और सम्मान की रक्षा के लिए यह कदम उठाया गया है। पुलिस ने जनता से भी अपील की है कि वे इस प्रकार की किसी भी गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।इस कार्रवाई का उद्देश्य गंगा घाटों पर आने वाली महिलाओं को सुरक्षित माहौल प्रदान करना है ताकि वे बिना किसी डर के अपने धार्मिक कृत्यों का निर्वहन कर सकें।

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