यहाँ, कुछ शब्दों को बदला जा सकता है: “व्हाट्सएप आईडी हैक होने की जानकारी डीएम ने स्वयं जिले के विभिन्न विभागों के ग्रुप और जिला प्रशासन के ग्रुपों में साझा करते हुए बताया है कि श्रीलंका के किसी हैकर ने उनकी व्हाट्सएप आईडी हैक की है। उन्होंने इसकी जानकारी देते हुए लोगों से इस पर किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं देने की अपील की है।
इससे पूर्व भी चंपावत जिले के विभिन्न अधिकारियों की व्हाट्सएप आईडी हैक हो चुकी है। इसमें जिला सूचना अधिकारी गिरजा जोशी की भी आईडी हैक हुई थी। तब हैकर ने जिला सूचना अधिकारी के करीबियों और परिचितों को संदेश भेजकर धनराशि मांगी थी। इस संबंध में पुलिस की साइबर सेल को जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। डीएम की जागरूकता से लोग सतर्क हो गए हैं।
हो सकता था कि हैकर लोगों से धनराशि की मांग करता और कोई बिना सोचे समझे हैकर की मांग पूरी कर देता तो उसे नुकसान उठाना पड़ता है। आला अधिकारी होने के कारण हैकर की मांग को डीएम की मांग समझकर धनराशि हस्तांतरित कर सकता था। अब डीएम के इस बात को सबसे साझा करने के बाद लोग ठगी का शिकार होने से बच गए।”