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इजरायल और हमास आतंकियों के बीच जंग जारी है। इस दौरान गाजा में कई भारतीय भी फंस गए हैं जो अब वहां से निकालने की गुहार लगा रहे हैं। जम्मू-कश्मीर की रहने वाली लुबना नजीर शब्बू भी गाजा पट्टी में फंस गई हैं। उन्होंने कहा कि गाजा में आम नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है। बिजली-पानी की आपूर्ति भी बाधित हो गई है।

गाजा में हमास के ठिकानों को निशाना बनाकर इजरायल द्वारा लगातार की जा रही बमबारी के बीच वहां रह रहे भारतीयों को अपनी जान का डर सता रहा है। गाजा में अपने परिवार के साथ रह रही एक भारतीय महिला ने मंगलवार को युद्धग्रस्त हमास शासित इलाके से तत्काल सुरक्षित निकासी की मांग की।

गाजा में रह रहीं भारतीय लुबना नजीर शब्बू ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को फोन पर बताया कि हम यहां एक भीषण युद्ध में फंसे हैं। यहां कुछ ही सेकेंड में बमबारी में सब कुछ नष्ट हो जा रहा है। हम इस संघर्ष की कीमत चुका रहे हैं, क्योंकि आम नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है।

लुबना नजीर शब्बू मूल रूप से जम्मू-कश्मीर की रहने वाली हैं। उन्होंने कहा कि बमबारी की आवाजें बहुत डरावनी होती हैं और पूरा घर हिल जाता है। यह बहुत ही भयावह स्थिति है। गाजा में अपने पति नेडाल टोमन और सबसे छोटी बेटी करीमा के साथ रह रहीं लुबना ने कहा कि बिजली और पानी की आपूर्ति काट दी गई है। उनके दो बच्चे मिस्र की राजधानी काहिरा में पढ़ाई करते हैं।

लुबना ने कहा कि हम कहीं भी नहीं जा पा रहे हैं, क्योंकि हमारे लिए कहीं भी कोई सुरक्षित जगह नहीं है। गाजा पट्टी बहुत छोटी है और हर तरफ से बंद है। यहां से निकलने का कोई रास्ता नहीं है।

हमास और इजरायली सेना के बीच भीषण युद्ध के मद्देनजर केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर को पत्र लिखकर इजरायल में भारतीयों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई।मुख्यमंत्री विजयन ने विदेश मंत्री को नौ अक्टूबर को लिखे अपने पत्र में कहा कि मैं आपसे इजरायल में हमारे नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव तरीके से हस्तक्षेप करने का अनुरोध करता हूं।

हमास और इजरायली (Israel Hamas War) सेना के बीच भीषण युद्ध के मद्देनजर केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर को पत्र लिखकर इजरायल में भारतीयों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। उन्होंने 7,000 केरलवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की। मुख्यमंत्री विजयन ने विदेश मंत्री को नौ अक्टूबर को लिखे अपने पत्र में कहा।

असेंबली आफ क्रिश्चियन ट्रस्ट सर्विसेज (एसीटीएस) ने मंगलवार को ईसाइयों से हमास आतंकियों का समर्थन करने वालों का बहिष्कार करने को कहा है। एसीटीएस महासचिव जार्ज सेबेस्टियन ने कहा कि एसीटीएस केंद्र सरकार के साथ है, जिसने इजरायल को समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि रविवार को चर्चों में विश्व शांति के लिए प्रार्थना की जाएगी।

कर्नाटक प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नलिन कुमार कतील ने बताया कि दक्षिण कन्नड़ जिले के लगभग 5,000 लोग इजरायल में फंसे हैं। सभी को सुरक्षित भारत वापस लाया जाएगा।

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