समाजवादी पार्टी चीफ अखिलेश यादव ने कहा कि शामली की घटना (Fighting In Municipal Council Meet) न सिर्फ स्थानीय शासन की स्थिति पर सवाल उठाती है बल्कि सत्तारूढ़ बीजेपी के भीतर तनाव और दरार को भी उजागर करती है.
उत्तर प्रदेश के शामली में म्यूनिसिपल मीट में लात-घूंसे चलने का (Fighting In Municipal Council Meet) मामला सामने आया है. नगरपालिका परिषद के कुछ सदस्य एक बैठक के दौरान एक-दूसरे से भिड़ गए. सामने आए वीडियो में उनके झगड़े के आगे तो WWE कुश्ती मैच भी फीके लग रहे हैं. सदस्यों ने एक दूसरे पर जमकर लात-घूंसे बरसाए. बैठक में मौजूद लोगों ने खुद को दूसरों से बचाने के लिए वहां मौजूद मेजों तक को उठा लिया. हद तो तब हो गई, जब एक सदस्य ने कुर्सी पर चढ़कर दूसरे सदस्य के ऊपर कूदने की कोशिश की.
चौंकाने वाली यह घटना शामली नगर पालिका परिषद की बोर्ड बैठक के दौरान हुई. इस बैठक में नगर पालिका अध्यक्ष अरविंद संगल और विधायक प्रसन्न चौधरी भी मौजूद थे. उनके सामने भी कार्यकर्ता एक दूसरे से भिड़ पड़े. यह पूरी घटना वीडियो में कैद हो गई. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही विपक्ष को काउंटर करने का एक मौका मिल गया. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए बीजेपी पर सीधा हमला बोला.
समाजवादी पार्टी चीफ अखिलेश यादव ने कहा कि यह घटना न सिर्फ स्थानीय शासन की स्थिति पर सवाल उठाती है बल्कि सत्तारूढ़ बीजेपी के भीतर तनाव और दरार को भी उजागर करती है. उन्होंने कहा, “जब कोई विकास कार्य नहीं हुआ तो समीक्षा बैठक में और क्या हो सकता था, इसलिए शामली में पार्षदों के बीच मारपीट हो गई. बीजेपी शासन का सबक: समीक्षा बैठक में अपनी सुरक्षा का इंतजाम करके आएं.” इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, यह बैठक शामली में 4 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं पर चर्चा के लिए हो रही थी.