प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात से देश वासियों को संबोधित किया । उन्होंने कई विषयों पर लोगो से बात की वा अपने विचार प्रकट करे । कई नई स्कीम से लेकर चंद्रयान की खुशी तक मोदी ने जाहिर की ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिये देशवासियों से बात की। आज ‘मन की बात’ कार्यक्रम का 104वां एपिसोड था। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रेरक जीवन यात्राओं को उजागर करने में हमेशा खुशी होती है।
30 अप्रैल 2023 को पीएम मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 100 एपिसोड पूरे हुए थे। ऐतिहासिक क्षण को यादगार बनाने के लिए पूरे देश में इसकी लाइव स्क्रीनिंग की गई थी। न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में भी ‘मन की बात’ के 100वें एपिसोड का सीधा प्रसारण किया गया था। दिल्ली में 6530 स्थानों पर कार्यक्रम को लाइव सुना गया। दिल्ली के अलावा पूरे देश में भी कार्यक्रम की लाइव स्क्रीनिंग की गई थी।
प्रधानमंत्री ने कहा ‘अगस्त एपिसोड में आपका स्वागत है। मुझे याद नहीं कि कभी ऐसा हुआ हो कि सावन महीने में दो बार मन की बात हुआ है। सावन यानी महाशिव का महीना। चंद्रयान को चंद्रमा पर पहुंचे तीन दिन से ज्यादा का समय हो रहा है। यह सफलता इतनी बड़ी है कि इसकी जितनी चर्चा हो, उतना कम है। आसमान में सिर उठाकर, घने बादलों को चीरकर, रोशनी का संकल्प लेकर, अभी तो सूरज उगा है।’
23 अगस्त को भारत ने भारत के चंद्रयान ने यह साबित कर दिया है कि संकल्प के सूरज चांद पर भी उगते हैं। इस मिशन का एक पक्ष ऐसा भी रहा जिसकी आज मैं आप सबके साथ चर्चा करना चाहता हूं। आपको याद होगा कि इस बार मैंने लाल किले से कहा था कि हमें वीमेन लेड डेवलपमेंट को आगे बढ़ाना है। भारत का मिशन चंद्रयान नारी शक्ति का भी जीवंत उदाहरण है। इस पूरे मिशन में अनेकों वीमेन साइंटिस्ट सीधे तौर पर जुड़ी रहीं। इन्होंने अलग-अलग सिस्टम के प्रोजेक्ट डायरेक्टर, प्रोजेक्ट मैनेजर की जिम्मेदारी संभाली। भारत की बेटियां अब अनंत अंतरिक्ष में भी योगदान दे रही हैं। आज हमारे सपने भी बड़े हैं और प्रयास भी बड़े हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने चंद्रयान-3 मिशन की सफलता पर एक कविता सुनाई। जो इस तरह है…
‘आसमान में सिर उठाकर
घने बादलों को चीरकर
रोशनी का संकल्प लें
अभी तो सूरज उगा है।
दृढ़ निश्चय के साथ चलकर
हर मुश्किल को पार कर
घोर अंधेरे को मिटाने अभी तो सूरज उगा है।’