देश के पांच राज्यों में छापेमारी कर रही है NIA. जिन राज्यों में छापेमारी हो रही है उनमें हरियाणा, दिल्ली और पंजाब भी शामिल हैं.
NIA ने गैंगस्टर – टेरर नेटवर्क को खत्म करने के लिए एक बड़ी कार्रवाई की है. NIA ने पांच राज्यों के 50 जगहों पर छापेमारी की है. जिन राज्यों में NIA की यह कार्रवाई चल रही है उनमे उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब और दिल्ली-एनसीआर शामिल हैं. NIA इस तरह की कार्रवाई कर गैंगस्टर-टेरर नेटवर्क के बीच के लिंक को खत्म करना चाहती है. ताकि ऐसे आतंकियों को बढ़ावा ना मिल सके.
बता दें कि बीते कुछ दिनों से NIA ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है जो आतंकवादियों और अलगाववादियों को किसी ना किसी माध्यम से समर्थन करते हैं. कुछ दिन पहले ही खालिस्तानी आतंकी और सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) पर एनआईए ने सख्त कदम उठाया था. NIA ने प्रतिबंधित संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू की चंडीगढ़ और अमृतसर स्थित अचल संपत्तियों को शनिवार को कुर्क किया था. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया था कि ‘संपत्ति जब्त करने संबंधी नोटिस” खालिस्तान समर्थक पन्नू के चंडीगढ़ स्थित आवास के बाहर और अमृतसर में एक कृषि भूमि के समीप लगाया गया है. यह कार्रवाई गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम के तहत की गई थी.
पन्नू 2019 से ही एनआईए के रडार पर था, जब आतंकवाद विरोधी एजेंसी ने उसके खिलाफ पहला मामला दर्ज किया था. पन्नू अपनी धमकियों और डराने-धमकाने की रणनीति के जरिये पंजाब और देश की अन्य जगहों पर आतंकी कृत्यों और गतिविधियों को बढ़ावा देने और उन्हें संचालित करने के साथ ही भय और आतंक फैलाने में प्रमुख भूमिका निभा रहा था.
एनआईए जांच में सामने आया है कि पन्नू का संगठन सिख फॉर जस्टिस भोले-भाले युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और उन्हें आतंकवादी अपराधों और गतिविधियों के लिए उकसाने के लिए साइबरस्पेस का दुरुपयोग कर रहा था. सिख फॉर जस्टिस को भारत सरकार ने 2019 में ही ‘गैरकानूनी एसोसिएशन’ घोषित कर दिया था.
वहीं कुछ महीने पहले भी NIA ने कनाडा में रह रहे आतंकवादी अर्शदीप डाला के कुछ सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पंजाब और हरियाणा में उनसे जुड़े 10 ठिकानों पर छापेमारी की थी. उस दौरान संघीय एजेंसी के एक प्रवक्ता ने बताया था कि एक दिन पहले मोहाली की एक विशेष अदालत ने डाला को पंजाब में एक पुजारी की हत्या की साजिश के मामले में भगोड़ा घोषित किया था.NIA के मुताबिक, यह मामला खालिस्तान लिबरेशन फोर्स, बब्बर खालसा इंटरनेशनल, इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन और खालिस्तान टाइगर फोर्स जैसे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों की आतंकी गतिविधियों से जुड़ा है.