Israel Hamas War ईरानी विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन ने बीती रात कतर में हमास नेता इस्माइल हानियेह से मुलाकात कर इसका अंदेशा दिया है। ईरान ने कहा कि वो फलस्तीनी लोगों के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए पूरा सहयोग देगा।
इजरायल और हमास में चल रहा युद्ध अब और विनाशकारी हो सकता है। युद्ध में अब ईरान भी कूद सकता है। ईरानी विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन ने बीती रात कतर में हमास नेता इस्माइल हानियेह से मुलाकात कर इसका अंदेशा दिया है।
जेरूसलम पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, ईरानी नेता (Iran in Israel Hamas War) ने हमास और फलस्तीनी लोगों के लक्ष्यों को पूरा करने में सहयोग करने पर सहमति व्यक्त की। गाजा पट्टी में हमास और इजराइल के बीच जारी युद्ध के बीच यह बात सामने आई है। दक्षिणी इजराइल पर हमास के हमले के बाद ईरानी अधिकारियों के साथ हनिएह की यह पहली आधिकारिक बैठक थी।
जेरूसलम पोस्ट ने हमास के हवाले से बताया कि दोनों नेताओं में इजरायल को सबक सिखाने की सहमति बनी है। हनियेह ने कहा कि इस लड़ाई के बाद एक नया इतिहास बनेगा, जो बिल्कुल भी वैसा नहीं होगा जैसा पहले था। जेरूसलम पोस्ट के अनुसार, अमीरबदोल्लाहियन ने दक्षिणी इजराइल में हमास द्वारा सैनिकों की हत्या और नागरिकों के अपहरण को “गौरवशाली” कहा है। गौरतलब है कि इजराइल लगातार आरोप लगाता रहा है कि हमले में ‘ईरानी हाथ’ है।भारत में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने गुरुवार को कहा कि ईरान इस बर्बर हमले में शामिल था और दावा किया कि ईरान हथियार के साथ हमास को प्रशिक्षण भी दे रहा है।इससे पहले, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला सैय्यद अली खामेनेई ने हमास के हमले का समर्थन करते हुए कहा कि इजरायल को सैन्य और खुफिया दोनों मामले में बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। हालांकि, ईरानी नेता ने कहा कि हमास द्वारा किए गए हमले वो शामिल नहीं था।
सुरक्षित कमरों में छुपी महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को बेरहमी से गोलियों से भून दिया गया। घरों में आग लगा दी गई है और उनके अंदर अभी भी डरे हुए लोग छिपे हुए हैं। बच्चों को, जिनमें से कुछ को बांध कर रखा गया था, जबरदस्ती एक कमरे में ले जाया गया और मार डाला गया। यहूदी अपने आपको इस युद्ध में असहाय महसूस कर रहे हैं। यहूदियों को एकबार फिर अपने साथ हुए नरसंहार की याद सताने लगी है।दुनिया भर के कई इजरायलियों और यहूदियों के लिए यह युद्ध भयावह है। दक्षिणी इजरायली समुदायों पर हमास द्वारा इस घातक हमले की यावहता कहीं अधिक बड़े पैमाने की आपदा की दर्दनाक यादें पैदा कर रही है।
राजनीतिक टिप्पणीकार बेन कैस्पिट ने होलोकॉस्ट को उसके हिब्रू नाम से संदर्भित करते हुए दैनिक मारीव में लिखा, “मैं होलोकॉस्ट के अलावा किसी भी संदर्भ में ‘शोआ’ शब्द का उपयोग न करने को लेकर सख्त रहा हूं।” “जब यहूदी बच्चे एक सुरक्षित कमरे में छिप जाते हैं और उनके दुखी माता-पिता प्रार्थना करते हैं कि वे रोएं नहीं, ताकि लुटेरे अंदर आकर घर में आग न लगा दें, तो यह एक शोह है।”वहीं, गाजा में हमास के खिलाफ इजरायल की जवाबी कार्रवाई की तुलना फलिस्तीनियों की सबसे बड़ी राष्ट्रीय त्रासदी, नकबा से भी की गई है, जब 1948 के युद्ध के बाद हजारों लोग भाग गए थे या भागने के लिए मजबूर हुए थे, जिसके कारण इजरायल का निर्माण हुआ। इजरायल द्वारा उत्तरी गाजा को खाली करने के आदेश के बाद कई फलिस्तीनियों को उस सामूहिक पलायन की पुनरावृत्ति का डर है।
हमास के साथ चल रहे इस युद्ध पर इजरायली सेना ने कहा कि आतंकियों को खत्म करने और बंधक बनाए गए लोगों के छुड़ाने के लिए लगातार छापे मारे जा रहे हैं। वहीं, गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि क्षेत्र में 724 बच्चों और 458 महिलाओं समेत 2200 से अधिक लोग मारे गए हैं। इधर, इजरायल ने कहा कि हमास के हमले में 1300 से अधिक इजरायली मारे गए, जिनमें से अधिकतर आम नागरिक हैं।