G20 सम्मलेन को लेकर सभी तरह की तैयारी पूरी कर ली गई हैं । चाहे बात दिल्ली को सजाने की हो या फिर विदेशी मेहमानों की सुरक्षा के साथ-साथ आयोजन स्थल के आसपास सुरक्षा को चाक-चौबंद करने की । दिल्ली पूरी तरह से आयोजन के लिए तैयार है ।
G20 सम्मलेन के शुरू होने में 12 घंटे से भी कम समय बचा है ।ऐसे में दिल्ली पुलिस अगले चार दिनों के लिए तैयारी कर रही है, जबकि नई दिल्ली जिले में रहने वाले या काम करने वाले अधिकांश लोगों के लिए पहले ही निर्देश जारी कर दिए गए हैं । भारी, मध्यम और हल्के मालवाहक वाहनों को आज रात 9 बजे से रविवार आधी रात तक दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी । शनिवार सुबह 5 बजे से टैक्सियों और ऑटो पर भी यही प्रतिबंध लागू होंगे ।
G20 सम्मलेन को लेकर दिल्ली सरकार की एक गजट अधिसूचना में कहा गया है कि नई दिल्ली जिले के पूरे क्षेत्र को कल सुबह से रविवार तक “नियंत्रित क्षेत्र” माना जाएगा ।
विश्व के अलग-अलग देशों के नेताओं के दिल्ली आने का सिलसिला मंगलवार से ही शुरू हो गया है । मैक्सिको और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधिमंडलों के आज नई दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है । जबकि कई अन्य बड़े नेता कल यानी शुक्रवार को दिल्ली आ रहे हैं ।अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो भी शुक्रवार को ही दिल्ली पहुंचेंगे ।
G20 बैठक को लेकर कल से रविवार तक दिल्ली में फूड डिलीवरी और कॉमर्शियल डिलीवरी पर प्रतिबंध रहेगा। जबकि रिस्ट्रिक्टेड एरिया में स्विगी, ज़ोमैटो, अमेज़ॅन और फ्लिपकार्ट जैसी सेवाओं की डिलीवरी की अनुमति नहीं होगी, हालांकि दवाओं और आवश्यक वस्तुओं की डिलीवरी की अनुमति दी गई है ।
ऐसा पहली बार हो रहा है जब भारत G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है । इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए कई बड़े देशों के राष्ट्रप्रमुख दिल्ली पहुंच रहे हैं ।
कीटनाशक स्प्रेयर से लैस आठ टीमें G20 सम्मेलन के आयोजन स्थल पर संभावित मच्छरों के प्रजनन स्थलों पर पानी छिड़क रही हैं । एक अधिकारी ने कहा कि सम्मेलन से पहले लार्वा खाने वाली मच्छर मछली को लगभग 180 झीलों और फव्वारा पूल में छोड़ा गया था ।
अधिकारियों ने दिल्ली के विभिन्न इलाकों में लगभग 7 लाख फूल और पत्ते वाले पौधे लगाए है । लगभग 15,000 मीट्रिक टन ठोस कचरा साफ़ किया गया है, और शहर को एक सौंदर्यपूर्ण रूप देने के लिए विभिन्न स्थानों पर विभिन्न डिज़ाइनों वाली 100 से अधिक मूर्तियां और 150 फव्वारे लगाए गए हैं ।