भारत की इस बेटी ने Ukraine छोड़ने से किया साफ इंकार, वजह जानकर रह जाएंगे दंग।
हरियाणा की रहने वाली 17 साल की Neha Medical की पढ़ाई के लिए गई हैं Ukraine.
Neha द्वारा युद्ध के इस कठिन माहौल में अपने मकान मालिक के परिवार का साथ देने का किया फैसला।
आपको तो पता ही है की रूस और Ukraine के बीच चल रहे युद्ध में हजारों जिदंगियां तबाह हो गई है। बता दे की इस युद्ध के समय बड़ी संख्या में लाखों विदेशी छात्र भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं। हालांकि जिसमें भारत के छात्रों की संख्या भी काफी है। जिन फंसे भारतीयों को भारत सरकार द्वारा ‘Operation Ganga’ के जरिए लगातार वहां से बाहर निकाला जा रहा है, लेकिन इसी के बीच एक भारतीय छात्रा ऐसी भी है जो युद्ध के इस दौर में भी यूक्रेन से अपने घर वापस नहीं आना चाहती हैं। यहां तक Medical की पढ़ाई कर रही इस छात्रा द्वारा भारत लौटने से इंकार किया गया तो उसके घर वाले भी चौंक गए।
बता दे की Ukraine में जिस किराए के घर में यह छात्रा रहती हैं उसके मकान मालिक द्वारा अपने देश की रक्षा के लिए Army में शामिल होकर हथियार उठाने का फैसला किया गया है। हालांकि जिसके पीछे एक परिवार है जिसमें पत्नी के अलावा तीन बच्चे भी हैं। हरियाणा की इस छात्रा द्वारा अब मकान मालिक की देखरेख का जिम्मा उठाया गया है। ऐसे समय में जब सैकड़ों हजारों लोग युद्धग्रस्त Ukraine से भागने की कोशिश कर रहे हैं, और शरण के लिए दूसरे देशों में जाने के लिए बेताब हैं ऐसे में हरियाणा की इस Medical Student द्वारा जो फैसला लिया गया है उसकी चर्चा हर तरफ हो रही है।
तो वही, हरियाणा के चरखी दादरी जिले की एक टीचर द्वारा बताया गया कि भारत की Medical की छात्रा Neha द्वारा अपनी मां से कहा गया की, ‘मैं जिंदा रहूं चाहे न रहूं, लेकिन मैं इन बच्चों और इनकी मां को इस हालत में नहीं छोड़ सकती।’ हालांकि उसके बाद भी लगातार यूक्रेन में फंसी भारत की Medical Student Neha की मां और उसके दोस्त Neha को घर वापस लौटने के लिए राजी करने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन फिर भी Neha टस से मस नहीं हो रही हैं। दरहसल, Neha के पिता भी सेना में रह चुके हैं और दो साल पहले ही उनकी मौत हो गई थी। आपको बता दे की अभी 17 साल की Neha अपने मकान मालिक की पत्नी और उसके तीन बच्चों के साथ बंकर में रह रही है।
ट्रिब्यून की खबर के अनुसार बताया जा रहा है की Neha द्वारा अपने दोस्त से बात करते हुए कहा गया था कि उसे बाहर धमाकों की आवाज सुनाई दे रही है, लेकिन हम ठीक है। Neha को कीव में Hostel मे जगह नहीं मिली तो उसने तीन बच्चों वाले एक प्यारे से परिवार के साथ एक कमरा किराए पर लिया और यहां रहने लगी। वही, Neha को Ukraine से रोमानिया आने का मौका मिला लेकिन फिर भी उस परिवार वालो के लिए उसने मना कर दिया और इस युद्ध से भरे माहौल में परिवार का साथ देने का फैसला किया। Neha की इस स्टोरी की हर तरफ तारीफ हो रही है।