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साइबर क्राइम सैल- देहरादून द्वारा ऑनलाइन साइबर ठगी का शिकार हुए व्यक्ति के खाते में लौटाई रू- 50000/- (पच्चास हजार रुपए) की धनराशि-

 पुलिस उपमहानिरीक्षक / वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक , जनपद देहरादून द्वारा वर्तमान समय में बढ़ते साइबर अपराधों के दृष्टिगत जनपद में गठित साइबर क्राइम सैल को साइबर अपराधों से सम्बन्धित शिकायतें प्राप्त होने पर त्वरित कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया है। जिसके क्रम में आवेदक- धर्मवीर सिंह निवासी जीएमएस रोड देहरादून के  साथ – 50000/- साइबर ठगी होने सम्बन्धित शिकायती प्रार्थना पत्र साइबर क्राइम सैल जनपद- देहरादून को प्रेषित किया गया। जिसमें पुलिस उपाधीक्षक स्पेशल ऑपरेशन  नीरज सेमवाल महोदय के निकट पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम सैल देहरादून सतवीर बिष्ट मय साइबर क्राइम सैल में नियुक्त कर्म गण द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुये पीडितो के खाते से कटी संपूर्ण धनराशी -50000/- वापस करायी गयी । उक्त प्रकरण में अग्रिम वैधानिक कार्यवाही थाना स्तर से की जाएगी । पीडित व्यक्ति द्वारा साइबर क्राइम सैल के उक्त कार्य की सराहना करते हुए दिनाक 17/01/2022 को धन्यवाद ज्ञापित किया गया। आमजन द्वारा साइबर ठगी का शिकार होने पर सूचना साइबर क्राइम सैल को दी जा रही है, सूचना पर साइबर क्राइम सैल द्वारा तत्परता से कार्य किया जा रहा है जिसमें जनपद की साइबर क्राइम सैल को सफलता भी प्राप्त हो रही है।

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पुलिस टीम-निरीक्षक- श्री सतवीर बिष्ट – प्रभारी साइबर क्राइम सैलकानि0 प्रदीप चौहान – साइबर क्राइम सैल म0का0 रचना निराला – साइबर क्राइम सैल

अपराध कारित करने का तरीका:= आवेदक के फोन पर उनके बीएसएनल मोबाइल नंबर की केवाईसी अपडेट करने के लिए अज्ञात मोबाइल नंबर से फोन आता है जिस पर आवेदक से एनीडेस्क एप्लीकेशन (रिमोट एक्सेस एप्लीकेशन) डाउनलोड कराया गया जिसके पश्चात आवेदक की इंटरनेट बैंकिंग का प्रयोग कर खाते से संपूर्ण धनराशि निकाली गई।

साइबर क्राइम सेल देहरादून द्वारा आम जनता से अपील:

साइबर ठगों से बचने के लिए इन बातों का ध्यान रखें ।

1: किसी के भी कहने पर अपने कंप्यूटर या फोन में AnyDesk डाउनलोड न करें।

2: किसी भी अनजान व्यक्ति को AnyDesk के जरिए अपने कंप्यूटर, फोन या डिवाइस का एक्सेस न दें।

3: फोन कॉल पर कोई भी पर्सनल या अकाउंट से जुड़ी जानकारी न दें।

4. याद रखें, कोई बैंक कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव आपसे कभी भी आपका बैंक अकाउंट यूजरनेम या पासवर्ड नहीं मांगेगा।

05  :अपने पासवर्ड को हर समय सुरक्षित रखें। पासवर्ड किसी के साथ शेयर न करें।

6: सुनिश्चित करें कि आपका यूजरनेम या पासवर्ड चोरी करने का कोई प्रयास नहीं किया गया है।

7: अपने बैंक अकाउंट और ईमेल आईडी के पासवर्ड को समय-समय पर बदलते रहें।

08: किसी भी लिंक या यूआरएल पर जाने से पहले उसे ध्यान से पढ़ें। कई बार बैंक जैसी दिखने वाली वेबसाइट फर्जी होती है।जागरुक बनें एवं अन्य व्यक्तियों को भी जागरुक करें। यदि कोई भी व्यक्ति ठगी का शिकार होता है तो तत्काल नजदीकी थाना, साइबर क्राइम का टोल फ्री नम्बर-155260, एवं www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करायें ।

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