रणजीत सिंह डेरा सच्चा सौदा के मैनेजर थे. उनकी साल 2002 में हत्या कर दी गयी थी. रणजीत सिंह को उस वक्त गोली मारी गयी थी जब वे अपने खेतों में नौकरों को चाय पिलाकर वापस घर जा रहे थे.
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम (Ram Rahim) को हत्या के एक मामले में सीबीआई की विशेष अदालत (CBI Special Court) ने सोमवार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. इसके अलावा, चार अन्य को भी उम्रकैद की सजा सुनाई गई है. राम रहीम व अन्य को साल 2002 में पूर्व डेरा प्रबंधक रंजीत सिंह (Ranjeet Singh Murder Case) की हत्या के मामले में 8 अक्टूबर को दोषी ठहराया गया था. सजा के ऐलान से पहले हरियाणा के पंचकूला जिले में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करते हुए धारा-144 लागू कर दी गई.
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जुलाई, 2002 में हुई थी रंजीत की हत्या
रंजीत सिंह की साल 2002 में 10 जुलाई को हत्या कर दी गई थी. इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने की और पूरा मामला सीबीआई की स्पेशल अदालत में ही चला. घटना के 19 साल बीत जाने के बाद इस महीने की शुरुआत में राम रहीम समेत पांच लोगों को दोषी ठहराया गया था. मामले की पूरी बहस 12 अगस्त को पूरी कर ली गई थी.
सीबीआई ने तीन दिसंबर, 2003 को इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी. राम रहीम को एक पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है. वह रोहतक की सुनारिया जेल में सजा सुनाए जाने के बाद से ही बंद है.
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