सेना और प्रशासन का रेस्क्यू अभियान जारी
उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा क्षेत्र में शुक्रवार को आए हिमस्खलन के बाद राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए गए हैं। कठिन हालातों के बावजूद सेना, आईटीबीपी और एसडीआरएफ की टीमें युद्धस्तर पर राहत अभियान चला रही हैं। खराब मौसम और दुर्गम क्षेत्र के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में कई चुनौतियाँ आईं, लेकिन अब सेना के हेलीकॉप्टरों की मदद से बचाव कार्य को गति दी जा रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार ले रहे अपडेट
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और लगातार राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने आपदा परिचालन केंद्र का दौरा कर राहत अभियान की जानकारी ली और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकार हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है और घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं।
हेलीकॉप्टर से घायलों को अस्पताल पहुँचाया गया
बचाव अभियान में जुटे जवानों ने अब तक 47 लोगों को सुरक्षित निकाला है, जिनमें से 6 घायलों को सेना के हेलीकॉप्टर की मदद से जोशीमठ स्थित सेना अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकांश घायलों की हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है, लेकिन अभी भी 8 मजदूरों की तलाश जारी है।
हाई एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीमों की तैनाती
हिमस्खलन के बाद हाई एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीमों को जौलीग्रांट, सहस्रधारा और गोचर में तैनात किया गया है। गोचर और सहस्रधारा में 8-8 सदस्यों की दो टीमें तथा जोलीग्रांट मुख्यालय में 10 सदस्यीय बटालियन को राहत कार्यों के लिए लगाया गया है। ये सभी टीम सेटेलाइट फोन और बर्फ में रेस्क्यू के लिए आवश्यक उपकरणों से लैस हैं।
मुख्यमंत्री ने दूरभाष से ली जानकारी, राहत कार्यों में तेजी के निर्देश
मुख्यमंत्री धामी ने दूरभाष के माध्यम से भी अधिकारियों से स्थिति की जानकारी ली और गंभीर रूप से घायलों को एयरलिफ्ट कर हायर सेंटर भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राहत कार्यों में और तेजी लाई जा रही है, ताकि जल्द से जल्द सभी फंसे हुए मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके।
एनडीआरएफ और अन्य राहत दल तैनात
जोशीमठ में एनडीआरएफ की 28 सदस्यीय टीम भी राहत कार्यों के लिए पहुंच चुकी है। इसके अलावा एसडीआरएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को गोविंद घाट और हनुमान चट्टी में तैनात किया गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि हिमस्खलन प्रभावित क्षेत्र में सहायता पहुंचाने की प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है।
मौसम में सुधार, राहत कार्यों में तेजी
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार को छोड़कर अन्य सभी जिलों में हल्की बारिश और ऊँचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी होने की संभावना है। हालाँकि, शाम तक मौसम साफ होने की उम्मीद है, जिससे राहत कार्यों में और तेजी आएगी।
सरकार और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट
सरकार और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में हैं और राहत एवं बचाव कार्य को प्रभावी बनाने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रहे हैं। मुख्यमंत्री धामी स्वयं स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और जल्द से जल्द सभी फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
निष्कर्ष
चमोली के माणा क्षेत्र में हिमस्खलन के बाद बचाव कार्य पूरी तत्परता से किया जा रहा है। सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की संयुक्त टीम राहत अभियान में जुटी हुई हैं। मौसम में सुधार के साथ ही रेस्क्यू ऑपरेशन में और तेजी आई है, जिससे बचाव कार्य जल्द पूरा होने की उम्मीद है।