उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था निरंतर सुदृढ़ होती जा रही है। धामी सरकार के कार्यकाल में राज्य की आर्थिक स्थिति में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिला है। वित्तीय वर्ष 2022-23 से अब तक उत्तराखंड के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) में 29 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। साथ ही, प्रति व्यक्ति आय में भी 24 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
आर्थिक सर्वेक्षण: उत्तराखंड में आर्थिक विकास की झलक
गुरुवार को उत्तराखंड सरकार द्वारा विधानसभा में वार्षिक बजट के साथ आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। इस रिपोर्ट में प्रदेश के आर्थिक संकेतकों को विस्तार से प्रस्तुत किया गया। सर्वेक्षण के अनुसार, चालू वित्तीय वर्ष में उत्तराखंड की अनुमानित जीडीपी लगभग 378 हजार करोड़ रुपये रहने का आकलन किया गया है, जो कि पिछले वित्तीय वर्ष के 333 हजार करोड़ रुपये की तुलना में 14 प्रतिशत अधिक है।
प्रति व्यक्ति आय में उल्लेखनीय वृद्धि
आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, उत्तराखंड में प्रति व्यक्ति आय इस वर्ष 2.74 लाख रुपये आंकी गई है, जो कि पिछले वित्तीय वर्ष में 2.46 लाख रुपये थी। इस वृद्धि के साथ उत्तराखंड की औसत आय राष्ट्रीय औसत से 74 हजार रुपये अधिक हो गई है।
आगामी वित्तीय वर्ष की संभावनाएं
आगामी वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए प्रदेश की अनुमानित जीडीपी 13 प्रतिशत अधिक रहने का अनुमान है। हालांकि, आर्थिक विकास दर में पिछले वर्ष की तुलना में 1.22 प्रतिशत की मामूली गिरावट देखी गई है। वर्ष 2023-24 में यह दर 7.83 प्रतिशत थी, जबकि 2024-25 में इसके 6.61 प्रतिशत रहने की संभावना है।
उत्तराखंड बनाम अन्य राज्य
उत्तराखंड की प्रति व्यक्ति आय पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश से भी अधिक है। हिमाचल में पिछले वर्ष प्रति व्यक्ति औसत आय 2.35 लाख रुपये थी, जबकि उत्तराखंड में यह 2.46 लाख रुपये थी। वर्तमान वित्तीय वर्ष में यह बढ़कर 2.74 लाख रुपये हो गई है।
वर्तमान सरकार के कार्यकाल में जीएसडीपी की स्थिति
वित्तीय वर्ष | जीएसडीपी (अनुमानित) |
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2025-26 | 429 हजार करोड़ रुपये |
2024-25 | 378 हजार करोड़ रुपये |
2023-24 | 333 हजार करोड़ रुपये |
2022-23 | 292 हजार करोड़ रुपये |
वर्तमान सरकार के कार्यकाल में प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि
वित्तीय वर्ष | प्रति व्यक्ति आय |
---|---|
2024-25 | 2.74 लाख रुपये |
2023-24 | 2.46 लाख रुपये |
2022-23 | 2.20 लाख रुपये |
उत्तराखंड की आर्थिक यात्रा: 25 वर्षों का सफर
राज्य स्थापना के समय, वर्ष 2001-02 में उत्तराखंड की आर्थिक विकास दर मात्र 2.9 प्रतिशत थी। यह दर वर्ष 2010 में बढ़कर 9.5 प्रतिशत तक पहुंच गई थी। हालांकि, कोरोना महामारी के दौरान 2020-21 में यह दर ऋणात्मक (-12.10 प्रतिशत) हो गई थी। लेकिन इसके बाद प्रदेश की अर्थव्यवस्था ने फिर से गति पकड़ी और 2023-24 में यह 7.83 प्रतिशत तक पहुंच गई।
उत्तराखंड की औसत प्रति व्यक्ति आय भी पिछले 25 वर्षों में तेजी से बढ़ी है। वर्ष 2001-02 में यह 1.62 लाख रुपये थी, जो अब बढ़कर 2.74 लाख रुपये हो गई है।
निष्कर्ष
धामी सरकार के कार्यकाल में उत्तराखंड की आर्थिक प्रगति उल्लेखनीय रही है। प्रदेश की जीडीपी और प्रति व्यक्ति आय में निरंतर वृद्धि राज्य की सुदृढ़ आर्थिक नीतियों को दर्शाती है। आगामी वर्षों में भी इस गति को बनाए रखने की उम्मीद है, जिससे उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था और अधिक मजबूत होगी।
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