37 गांवों की भूमि अधिग्रहीत, मुआवजा वितरण अंतिम चरण में

कोटद्वार-पौड़ी-श्रीनगर हाईवे को डबल लेन में परिवर्तित करने की परियोजना को तेजी मिली है। प्रशासन ने इस कार्य के लिए 37 गांवों की कुल 34.282 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहीत कर ली है और प्रभावित लोगों को मुआवजा वितरण का कार्य अंतिम चरण में है। इस परियोजना के तहत कोटद्वार शहर को जाम से राहत दिलाने के लिए छह किमी लंबा एलीवेटेड फ्लाईओवर बनाया जाएगा।

जाम से मिलेगी मुक्ति, यात्रा होगी सुगम

हाईवे के चौड़ीकरण के बाद कोटद्वार से श्रीनगर तक की यात्रा सुगम हो जाएगी और वाहन चालकों को जाम की समस्या से निजात मिलेगी। कोटद्वार शहर में ट्रैफिक की समस्या को दूर करने के लिए एक फ्लाईओवर प्रस्तावित है, जिससे उत्तर प्रदेश से पौड़ी और श्रीनगर जाने वाले वाहनों को शहर के अंदर प्रवेश करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

गढ़वाल का प्रवेश द्वार है कोटद्वार

कोटद्वार को गढ़वाल का प्रवेश द्वार कहा जाता है और इसी कारण इस मार्ग पर वाहनों का अत्यधिक दबाव रहता है। हालांकि, अभी यह हाईवे सिंगल लेन है, जिससे अक्सर ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। हाईवे चौड़ीकरण की योजना लंबे समय से चल रही थी, जो अब अपने अंतिम चरण में है।

हाईवे दो चरणों में होगा विस्तारित

पहला चरण: गुमखाल से सतपुली तक

  • इस चरण में 21 किमी हाईवे का चौड़ीकरण किया जाएगा।
  • कार्य की जिम्मेदारी लोनिवि एनएच खंड धुमाकोट को दी गई है।
  • इसके लिए 9 गांवों के 3,200 लोगों की 14.639 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहीत की गई है।
  • प्रभावित लोगों को 30.97 करोड़ रुपये का मुआवजा वितरित किया जाएगा।

दूसरा चरण: श्रीनगर से पैडुल तक

  • इस चरण में 42 किमी हाईवे चौड़ा किया जाएगा।
  • इसमें गडोली से घोड़ीखाल तक 3.5 किमी लंबी सुरंग का निर्माण शामिल होगा।
  • इसके लिए 23 गांवों के 3,529 लोगों की 9.772 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहीत की गई है।
  • प्रभावित लोगों को 3.59 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
  • इस कार्य की जिम्मेदारी लोनिवि एनएच खंड श्रीनगर को दी गई है।

फ्लाईओवर निर्माण से कोटद्वार को मिलेगा ट्रैफिक फ्री मार्ग

कोटद्वार शहर में यातायात को सुचारु बनाए रखने के लिए एनएचएआई छह किमी लंबा एलीवेटेड फ्लाईओवर बनाएगी। यह फ्लाईओवर कुंभीचौड़ से शुरू होकर उत्तर प्रदेश सीमा में प्रवेश करेगा

  • इसके लिए पांच गांवों के 5,058 लोगों की 9.872 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहीत की गई है।
  • प्रभावित लोगों को 1.19 अरब रुपये का मुआवजा दिया जाना है।
  • अब तक 89 प्रभावितों को 12.81 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जा चुका है।

चौड़ीकरण से मिलने वाले लाभ

  • कम मोड़ होने से यात्रा आसान होगी।
  • दुर्घटनाओं की संभावना घटेगी
  • यात्रा की दूरी कम होगी, जिससे समय की बचत होगी।

मुआवजा वितरण की स्थिति

जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान के अनुसार, हाईवे चौड़ीकरण और फ्लाईओवर निर्माण के लिए 11,787 ग्रामीणों को कुल 1.54 अरब रुपये मुआवजा दिया जाना है।

परियोजना से क्षेत्र को होगा बड़ा फायदा

इस हाईवे के डबल लेन होने से न केवल यात्रा सुगम होगी, बल्कि पर्यटन और व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा। स्थानीय निवासियों को बेहतर सड़क सुविधाओं का लाभ मिलेगा और कोटद्वार से उत्तराखंड के अन्य हिस्सों की कनेक्टिविटी में सुधार होगा।

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