हरिद्वार से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां गुजरात के एक सेवानिवृत्त विंग कमांडर के चार फ्लैटों पर अवैध कब्जा कर लिया गया है। इस मामले में कनखल क्षेत्र के एक प्रतिष्ठित संत और उनके शिष्य पर कब्जे का आरोप लगाया गया है।
पिता के निधन और बीमारी के कारण नहीं आ सके थे हरिद्वार
गुजरात के बड़ोदरा निवासी 81 वर्षीय रिटायर्ड विंग कमांडर मनमोहन सिंह पेंटल ने हरिद्वार के कनखल थाने में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई है। अपनी शिकायत में उन्होंने बताया कि उनके पिता, सरदार करतार सिंह पेंटल ने वर्ष 2000 में चार फ्लैट खरीदे थे। लेकिन नवंबर 2003 में उनके पिता का निधन हो गया। इस घटना के बाद उन्होंने फ्लैटों को बंद कर ताला लगा दिया था, और चाबियां उनके पास ही थीं।
हालांकि, स्वास्थ्य कारणों से वे कई वर्षों तक हरिद्वार नहीं आ सके। इसी दौरान कुछ लोगों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर इन फ्लैटों पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया।
फर्जी दस्तावेजों से किया कब्जा, संत के शिष्य पर आरोप
रिटायर्ड विंग कमांडर का कहना है कि हाल ही में उन्हें जानकारी मिली कि एक व्यक्ति इन फ्लैटों का मालिक होने का दावा कर रहा है। उसने यह भी कहा कि उसने ये फ्लैट एक संत के शिष्य से खरीदे हैं।
मनमोहन सिंह पेंटल ने साफ कहा कि उनके पिता ने न तो कभी ये फ्लैट बेचे और न ही किसी संत को दान में दिए। उन्होंने आरोप लगाया कि दस्तावेजों में हेरफेर कर उनके फ्लैटों पर कब्जा कर लिया गया है।
पुलिस ने शुरू की जांच, जल्द होगी कार्रवाई
कनखल थाना प्रभारी मनोज नौटियाल ने बताया कि शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस सभी दस्तावेजों की सत्यता की जांच कर रही है और अवैध कब्जे से जुड़े लोगों के खिलाफ जल्द कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
हरिद्वार जैसे धार्मिक शहर में एक बड़े संत के शिष्य पर इस तरह के गंभीर आरोपों से मामला और भी संवेदनशील बन गया है। अब देखना यह होगा कि पुलिस कब तक इस अवैध कब्जे को हटवाकर पीड़ित को न्याय दिला पाती है।
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